जिला में 108 एंबुलेंस सेवाओं को सामान्य बनाये रखने के लिए उपायुक्त शिमला अमित कश्यप की अध्यक्षता में आज दो समीक्षा बैठकें आयोजित की गई। उपायुक्त ने आज यहां बताया कि 108 सेवा की निरंतरता के लिए अधिकांश जगहों पर होमगार्ड के ड्राईवरों की तैनाती कर दी गई है। उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों को अपने स्तर पर एंबुलेंस सेवा को सुचारू बनाये रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दियें
उन्होंने बताया कि रोहड़ू क्षेत्र में पांच 108 एंबुलेंस सेवाओं के कर्मचारियों द्वारा आज ड्यूटी ज्वाईन की गई है। उन्होंने कहा कि उपमंडलाधिकारी अपने क्षेत्र के उप पुलिस अधीक्षकों के साथ समन्वय स्थापित कर निजी एंबुलेंसों द्वारा अधिक वसूली न करने के संबंध में भी निगरानी रखें, ताकि लोगों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला से आरबीएसके की एंबुलेंसों को खंड चिकित्सा अधिकारी के नियंत्रण में रखने के निर्देश दिये, ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग भी सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने उपायुक्त कार्यालय स्थित सचिव रैडक्राॅस को इस संबंध में जीवीके कंट्रोल रूम व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करने के आदेश दिये, ताकि आवश्यकता अनुरूप इनकी एंबुलेंस उपयोग में लाई जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला में लगभग अधिकांश स्थानों पर 108 एंबुलेंस सेवा सुचारू रूप से कार्य कर रही हंै। उन्होंने अधीनस्थ प्रशासनिक अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में इस संबंध में निगरानी रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
उन्होंने कहा कि मांग के अनुरूप आवश्यकता पड़ने पर निजी एंबुलेंसों की सेवाएं भी ली जाएगी। उन्होंने लोगों से इस संबंध में किसी असुविधा अथवा शिकायत होने की स्थिति में अपने क्षेत्र के उपमंडलाधिकारी से संपर्क करने को कहा।
उन्होंने बताया कि ऐसमा लागू होने के कारण 108 सेवाओं के कर्मचारी यदि तुरंत कार्य पर नहीं लौटते तो नियम के तहत दिये गये प्रावधानों के अंतर्गत इनकी सेवाएं समाप्त की जाएंगी। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त शिमला देवा श्वेता बनिक, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकाॅल जीसी नेगी, उपमंडलाधिकारी शिमला ग्रामीण अनिल शर्मा, उपमंडलाधिकारी शिमला शहरी नीरज चांदला एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।