शर्मा आरडी- सिरमौर जिला के नाहन-शिमला एनएच पर पड़ने वाला एकमात्र पेट्रोल पंप इन दिनों तेल के स्थान पर पानी उगल रहा है। जिससे वाहन चालक परेशानी में घिरते जा रहे हैं। इस तरह की बढ़ती समस्या के चलते हिम्फेड का यह पम्प चर्चा का विषय बना हुआ है। समस्या बढ़ती देख जब हिम्फेड ने टैंक को खुलवाया तो पता चला कि टैंक में चश्मा फुटा हुआ है जहां रिसाव से पानी लोहे के टैंक में जा रहा है। हैरानी उस समय हुई जब डीजल टैंक से पांच सौ से 6 सौ लीटर पानी निकाला गया। कुछ लोगों को पेट्रोल में भी पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है।
सराहां के समीप काहन में स्थापित इस पंप में कुछ दिन पहले भी यही समस्या सामने आई थी जब करीब आधा दर्जन वाहनों के इंजन जवाब दे गए थे। जैसे तैसे उन्होंने अपने स्तर पर वाहनों की सर्विस करवाई तब जाकर वे चलने लायक हुए हालांकि अधिकतर वाहनों से हिम्फेड प्रशासन ने डीजल बदल लिया था लेकिन इसके चलते उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ी।
15 दिनों में दूसरी बार सामने आ चूकि इस अजीबोगरीब घटना ने हिम्फेड प्रशासन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। जो अब इस समस्या की जड़ तक जाने के लिए निकल चूका है। वर्षों पहले भी इसी तरह की समस्या को लेकर हिम्फेड को यह पैट्रोल पंप बन्द करना पड़ा था। महीनों तक बन्द रहने के बाद इसकी मुरमत की गई और उसके बाद इसे पुनः चालू किया गया।
आखिर बरसात में ही यह समस्या क्यों आती है ? शायद कोई इस पर गौर नहीं कर रहज़ है। पंप के निर्माण के समय यहां इतनी खामियां रही कि जिन्हें मीडिया के उजागर करने के बावजूद भी हिम्फेड के तकनीकी विंग ने अनदेखा किया। टैंक निर्माण को लेकर गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया उसी का नतीजा है कि बरसात में वे पानी से भर जाते हैं। और रिसाव से पानी लोहे के टैंकों में घुस जाता है। पंप प्रभारी मदन सिंह ने बताया कि डीजल टैंक में पानी की समस्या आ रही है आईओसी को सूचित कर दिया गया है जो इसके करणों का पता लगा रहा है।हिम्फेड के चेयरमैन कंवर अजय बहादुर सिंह ने बताया कि सराहां के पैट्रोल पंप में पानी घूसने की समस्या सामने आई है जिसे जल्द दूर कर दिया जाएगा।