सरकार की पहल रंग लाई तो पच्छाद के बाग-पशोग, दाड़ों-देवरिया में लगेंगे उद्योग, उद्योग मंत्री का ऐलान
अब सिरमौर जिला के पच्छाद में भी उद्योग धंधे स्थापित हो पाऐंगे। इसकी जानकारी सिरमौर दौरे पर आए उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने दी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सराहां के समीप बाग- पशोग में जगह चिंहित कर ली गई है। इसके आलावा नारग के समीप दाड़ों देवरिया में उद्योग स्थापित हो सकेंगे। जिला के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रो में भी औद्योगीकरण के पक्ष में है जिसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सम्भावनाओं को तलाशा जा रहा है। जिले में अभी तक 626 बिघा भूमि का चयन किया गया है। ज्ञात रहे कि अभी तक राज्य की सीमा से सटे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित हुए हैं मगर अंदरुनी हिस्से इससे अछूते रह गए थे। सरकार की इस पहल से ग्रामीणों को न केवल रोजगार बल्कि परोक्ष तौर पर भी लाभ मिलेगा। विभाग ने जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में नए उद्योग स्थापित करने के लिए 626 बीघा भूमि चिन्हित की है, जिसमें पच्छाद के बाग-पशोग और दाड़ो देवरिया में 213 बिघा सरकारी जबकि श्रीवाला और रामपुर जटटान में 413 बिघा निजी भूमि शामिल है। इससे सिरमौर जिला में औद्योगिकीकरण को नए पंख लगेंगे। साथ ही स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
उद्योग मंत्री ने बताया कि औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में जिला सिरमौर प्रदेश में सोलन के बाद दूसरे नम्बर पर है और वर्तमान में 1801 छोटे, लघु और बड़े उद्योग कार्यरत है जिनमें 3113 करोड़ रूपये का पूंजी निवेश और 26375 लोगों को परोक्ष रूप में रोजगार प्राप्त है। उन्होने बताया कि सिरमौर जिला में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 119 नई अद्यौगिक ईकाइयां स्थापित हुई हैं जिनमें 239 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश हुआ है इससे 411 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। जिसमें 332 हिमाचली युवा शामिल हैं। उन्होने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला में स्थापित उद्योगों में हिमाचली युवाओं को 70 प्रतिशत से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होने जानकारी दी कि श्रमिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से जिला के पात्र 6050 लाभार्थियों को एक करोड़ 76 लाख के लाभ प्रदान किए गए। उन्होने श्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों का पंजीकरण करके उन्हें बोर्ड द्वारा कामगारों दिए जाने वाले लाभों को समयबद्ध दिया जाए । उन्होने उद्योगों में श्रम कानून को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए ताकि श्रमिकों शोषण न हो सके । उन्होंने गत दिनों कालाअंब के एक उद्योग में विद्युत करंट से हुई मजदूर की मृत्यु पर कड़ा संज्ञान लेते हुए श्रम अधिकारी को इसकी जांच के निर्देश दिए।
उद्योग मंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला में चूना पत्थर की लघु खानों को बड़ी खानों में परिवर्तित करने बारे भी गंभीरता से विचार किया जाएगा । उन्होने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्थान सरकार द्वारा इस बारे जारी अधिसूचना का गहनता से अध्ययन करके इसकी रिर्पोट सरकार को प्रस्तुत की जाए । बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त हरबंस नेगी, खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज, महाप्रबंधक उद्योग संजय कंवर, श्रम अधिकारी राजेन्द्र चौहान सहित अन्य अधिकारि भी मौजूद थे ।