मुसाफिर से पहले रविवार को विधायक सुरेश कश्यप करेंगे प्रस्तावित सड़कों का भूमिपूजन
शर्मा आरडी- चुनावी वर्ष में सिरमौर जिला की हॉट समझी जाने वाली पच्छाद सीट पर भाजपा व कांग्रेस में वर्चस्व की जंग ओर तेज हो गई है। लगातार उद्घाटनों ओर शिलान्यासों में जुटे पूर्व विधायक गंगुराम मुसाफिर विधायक प्राथमिकता के कार्यों का झूठा श्रेय लेने को लेकर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। पार्टी ने चेतावनी दे डाली है कि यदि मुसाफिर ने विधायक प्राथमिकता के विकास कार्यों का झूठा श्रेय लेकर उनके शिलान्यास व उद्घाटन का सिलसिला तत्काल बन्द नहीं किया तो विरोध स्वरूप जगह जगह उनका घेराव किया जाएगा।
पच्छाद के पूर्व विधायक व योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष गंगुराम मुसाफिर इन दिनों क्षेत्र में ताबड़तोड़ शिलान्यास व उद्घाटन कर रहे हैं जिसमें विधायक प्राथमिकता की भुरेश्वर महादेव व गेथल बझेड सड़क भी शामिल है। भाजपा का आरोप है कि पच्छाद की जनता ने 30 वर्षों तक मुसाफिर को चुना लेकिन उस समय उन्हें यह कार्य क्यों याद नहीं आए। अब विधायक सुरेश कश्यप ने इन्हें विधायक प्राथमिकता में डलवाकर स्वीकृत करवाया तो भूमि पूजन के लिए मुसाफिर कमर कस कर तैयार हो गए। भाजपा मुसाफिर की इस तानाशाही को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी यदि वह इन कार्यों का झूठा श्रेय लेने का प्रयास करेंगे तो उनका घेराव किया जाएगा।
उधर विधायक सुरेश कश्यप ने कहा कि पूर्व विधायक गंगुराम मुसाफिर अपनी हार के सदमे से बाहर नहीं निकल पाए हैं। उन्होंने हैरानी जताई कि सरकार बनने पर जब तक उन्हें ओहदा नहीं मिला वह जनता से दूर गुमसुम पड़े रहे लेकिन जब योजना बोर्ड में उपाध्यक्ष पद मिलते ही वह एकाएक ऐसे सक्रिय हुए जैसे उनके हाथ कुबेर का खजाना लग गया हो। दिखावे के तौर पर शुरू हुए फर्जी खुले दरबारों की पोल खुलने के बाद वह उद्घाटनों ओर शिलान्यासों में ऐसे जुटे कि उनकी जल्दबाजी से हर कोई अंदाजा लगा सकता है जैसे कोई उनसे इन्हें छीन रहा हो। उन्होंने कहा कि आधे अधूरे उद्घाटन करना उनकी दिनचर्या में शामिल हो चुका है जिसकी प्रशासन तक को जानकारी नहीं होती है।
विधायक ने बताया कि विधान सभा अध्यक्ष होते हुए वर्ष 2008 में उन्होंने सराहां-चंडीगढ़ सड़क का भी भूमि पूजन किया था लेकिन हैरानी है कि आजतक यह सड़क पूरी नहीं हो पाई। हिमाचल निर्माता डॉ वाईएस परमार के गांव को तो वह सड़क से नहीं जोड़ पाए जिसे भाजपा सरकार ने बनाया। बागथन, नारग, मानगढ़, वासनी, खैरी-राजगढ़, डूंगाघाट-किला कलांच, नैनाटिककर-ढंगयार, मरयोग, राजगढ़, हाब्बन, शरगांव-चन्दोल समेत पच्छाद की सभी खस्ताहाल सड़कें स्वयं मुसाफिर के विकास की कहानी बयां कर रही हैं। विधायक ने कहा कि उन्हें पच्छाद की बेहतरी के लिए होने वाले उद्घाटन व शिलान्यास से कोई एतराज नहीं है लेकिन झूठ बोलकर जनता की आंखों में धूल झोंकना गलत तरीका है। विधायक प्राथमिकता के कार्यों का श्रेय लेने को लेकर सुरेश कश्यप ने सराहां में पत्रकार वार्ता कर इसका खुला विरोध दर्ज किया और कहा कि विधायक प्राथमिकता से स्वीकृत कार्यों का भूमि पूजन हो या उद्घाटन वह हरगिज किसी ओर को नहीं करने देंगे। रविवार को भुरेश्वर महादेव मंदिर व गेथल बझेड सड़क का भूमिपूजन वह स्वयं करेंगे।