शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिमला कोटखाई में हुए 4 जुलाई को कोटखाई की एक छात्रा स्कूल से लौटते समय लापता हो गई थी. इसके बाद 6 जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों के उसकी लाश मिली थी. छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. गुड़िया केस में अब नया मोड़ आ गया है. गुड़िया मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरपियों के डीएनए सैंपल फोरेंसिक सुबूतों से मिलते नहीं हैं. इस मामले में पकड़े गए सभी आरोपियों को डीएनए सैंपल रिपोर्ट में ‘क्लीन चीट’ दी गई है. पुलिस द्वारा बेगुनाहों को फंसाने के आरोप पुख्ता हो रहे हैं.
मंगलवार को सीबीआई ने आरोपी सूरज की हत्या को लेकर पूर्व एसआईटी प्रमुख जैदी, डीएसपी मनोज समेत 8 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था. सभी पुलिसकर्मियों को दिल्ली ले गई है वहां सभी का नार्को टेस्ट होगा. डीएनए टेस्ट के लिए आरोपियों के सैल्स, खून, सीमन, चमड़ी, स्लायवा और बालों के सैंपल लिए गए थे, जिन्हें टेस्टिंग के लिए लैब भेजा गया था। लेकिन इन सैंपल्स की रिपोर्ट ‘नेगेटिव’ आई है.
एसआईटी प्रमुख आई जैदी के अलावा डीएसपी मनोज कुमार, राजेंद्र सिंह, एएसआई दीपचंद, मोहन लाल, रंजीत सिंह, रफीक अली और सूरत सिंह को सीबीआई ने सूरज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. सभी अधिकारी 7 दिन के सीबीआई रिमांड पर हैं. गुडिया गैंगरेप हत्या मामलें में 6 आरोपी पकड़े गए थे. इन सभी के डीएनए सैंपल में सभी को क्लीन चिट दी गई है