मरीजों के साथ बदसलूकी को लेकर सुर्ख़ियों में आया सराहां सिविल अस्पताल अब सुधरने की राह पर है। विभागीय कार्यवाही के बाद अस्पताल स्टाफ ने कहा कि भविष्य में इस तरह की शिकायत नहीं आएगी। उधर अस्पताल में व्याप्त खामियों को सुधारने में जुट गया है। विभाग ने अस्पताल के स्टाफ को जवाब तलब कर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए है। यदी सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही सराहां अस्पताल को सीनियर डॉक्टर नसीब हो जाएगा।
मुख्यमंत्री से व्यवस्था में सुधार लाने की स्थानीय लोगों की गुहार के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त निदेशक की अगुआई में अस्पताल की जहां की। अस्पताल का औचक निरीक्षण कर उन्होंने कई खामियां उजागर किया था। संयुक्त निदेशक ने न केवल बीएमओ बल्कि सीएमओ को भी अस्पताल की व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए थे। इसके बाद एकाएक अधिकारी हरकत में आ गए।
पच्छाद के बीएमओ डाॅ.यशवंत सिंह ने कहा कि अभद्र व्यवहार करने वालों से लिखित रूप स्पष्टीकरण लिया जा रहा है। साथ ही पूरे स्टाफ को हिदायत दे दी है कि आगे से इस तरह की समस्या न आए। जबकि सीएमओ डॉ संजय शर्मा ने पहले ही अस्पताल का निरीक्षण कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे। अस्पताल से नदारद चल रही डाॅक्टर के खिलाफ कार्यवाही जारी है नदारद डॉक्टर का वेतन रोक दिया गया है। सीएमओ ने बताया कि सिविल अस्पताल सराहां अस्पताल में एक सीनियर डाॅक्टर की नितांत आवश्यकता है जो सही तरीके से अस्पताल का प्रभार संभाल सके इसके लिए उन्होंने निदेशक स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर दिया है। उन्होंने बताया कि सराहां अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया जाएगा।
ज्ञात रहे कि मरीजों से बदसलूकी का मामला सीएम ऑफिस पहुंचा तो जांच में आए संयुक्त निदेशक को अस्पताल में दवाइयों का 6 महीने का कोई रिकार्ड नहीं मिला बल्कि एक डॉक्टर के बिना बताए कई दिनों से गायब होने का भी खुलासा हुआ। इससे अस्पताल की व्यवस्था पोल खुलकर सामने आ गई थी। अस्पताल में हुई इस कार्यवाही के बाद उक्त डॉक्टर सोमवार को हाजिर हो गए। उधर बागथन पीएचसी से डॉक्टर के नदारद रहने का मामला अधिकारीयों के गले की फ़ांस बनता प्रतीत हो रहा है।