गुड़िया मर्डर केस व हिरासत में मौत मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। मामले में सीबीआई ने एसआईटी प्रमुख आईजी जहूर एच जैदी व डीएसपी मनोज जोशी सहित 8 पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कर्मियों को किस आरोप में गिरफ्तार किया इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। लेकिन बताया जा रहा है कि कोटखाई थाना में लॉकअप में हुई मौत मामले में ये गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार हुए पुलिस कर्मियों में आईजी जैदी, डीएसपी मनोज जोशी, एसएचओ राजेंद्र सिंह, एएसआई दीप चंद, एक कांस्टेबल रंजीत सिंह व तीन हेड कांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रफीक अली शामिल हैं। गौरतलब है कि शुरू से ही मामले को लेकर पुलिस पर अंगुलियां उठ रही थी। ऐसे में सीबीआई द्वारा इन कर्मियों की गिरफ्तारी में साफ कर दिया कि पुलिस जांच में कुछ गड़बड़ हुई है। बता दें कि गुड़िया मामले में सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। जिसकी कमान आईजी जैदी को सौंपी गई थी। बताया जा रहा है कि आठों पुलिस कर्मियों को कैथू जेल ले जाया गया है।
हाईकोर्ट ने दिए थे सीबीआई जांच के आदेश
एसआईटी में मामले की जांच करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था गिरफ्तारी के बाद डीजीपी पुलिस सोमेश गोयल व एसआईटी प्रमुख ने शिमला में पत्रकार वार्ता में इस मामले का पर्दाफाश किया था। पर एसआईटी की जांच में कई ऐसे पहलु थे जो अनसुलझे थे। जिसके चलते लोगों में आक्रोश फूटा। इसी दौरान कोटखाई थाना में मामले के एक आरोपी की लॉकअप में मौत हो गई। इसके बाद लोग सड़कों पर उतर आए और थाने को आग के हवाले कर दिया। लोगों का आक्रोश व बिगड़ते हालातों को देखते हुए सरकार ने मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। वहीं, इस मामले में प्रदेश सरकार हाईकोर्ट भी पहुंची और मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग उठाई। इस पर हाईकोर्ट ने सीबीआई को एसआईटी गठित कर मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। इसके बाद सीबीआई ने मामले की छानबीन शुरू की थी।