( जसवीर सिंह हंस ) आग लगने के कारण फतेहपुर के किसानो की सेंकडो बीघा खेत में खड़ी गेहू की फसल जलकर स्वाह हो गई। जिसके कारण किसानो को लाखो रुपए का नुकसान हुआ है। कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी की सहायता से कर्मचारियों पुलिस कर्मियों व ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया मगर जब तक करीब 100 बीघा में खड़ी गेहू की फसल पूरी तरह से जल चुकी थी।
भीषण अग्रिकांड के बाद राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किए जा रहे हैं। पांवटा साहिब के नायाब तहसीलदार ने बताया कि वो खुद मोके पर पहुच गये है व किसानो का ब्यौरा लेकर जानकारी एस डी एम् पांवटा साहिब को दे दी जाएगी | फोरी राहत पर उन्होंने कहा कि मेनुअल के हिसाब से रिपोर्ट बनाकर दी जाएगी व 500 रुपए बीघा के हिसाब से किसानो को देने का प्रावधान है |
वही यदि किसी किसान ने फसल बीमा करवा रखा है तो उनको कुछ राहत मिल सकती है | इस मामले पर एस डी एम् पांवटा साहिब से किसानो की प्रशासन की और से कुछ मदद पर पूछा गया तो उनका कहना है कि सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी ताकि किसानो को अधिक वितीय मदद मिल सके | वही गरीब किसानो का का कहना है कि आग लगने के बाद उसे जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कर्ज लेकर ही चुकानी पड़ेगी वही पहले ही उन्होंने कर्ज लेकर फसल की बुवाई की थी |
सवाल ये उठता है कि क्या सरकार व प्रशासन उधोगपतियो व अन्य लोगो को करोड़ो रुपए की सब्सिडी दे सकती है तो क्या एक गरीब किसान को जिसकी एक बीघा फसल जिसको बिजाई से लेकर तेयार करने में ही करीब 4000 रुपए का खर्चा आ जाता है केवल मात्र 500 रुपए देकर अपनी खाना पूर्ति कर देगी | गरीब के घर में आज शायद चूल्हा भी न जले व रो रोकर उसका बुरा हाल होगा | ऐसे में एक पत्रकार के नाते खबरोंवाला उस गरीब का दर्द शिमला बैठी सरकार तक पंहुचा कर जगा सके की किसानो को फोरी राहत दी जा सके व प्रति बीघा भी फसल का मुआवजा बढ़ाया जा सके |
वही गरीब किसान की बाते करने वाले नेता अपनी राजनितिक रोटिया सेकते रहेंगे | क्या जिले में विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल व पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी मोके पर जाकर गरीब किसानो का दर्द भी नहीं बाँट सकते | व सरकार से गरीब किसानो को कोई वितीय लाभ नहीं दिलवा सकते शर्म आती है ऐसी वयवस्था पर जहा 8000 रुपए बीघा की कीमत की फसल के किसान को 500 रुपए बीघा देकर उनके जले पर नमक छिड़का जायेगा |