स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि अभी तक निपाह वायरस बीमारी का राज्य के किसी भी भाग से कोई भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि चमगादड़ों की मौत तथा मनुष्यों में निपाह वायरस के बीच कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आशंकित निपाह वायरस मामलों की सक्रिय निगरानी तथा इसकी नित्य प्रति रिपोर्टिंग के लिए एडवाईजरी भी जारी की गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना है और इस संबंध में किसी भी आशंका अथवा सुझाव के लिए टॉल फ्री नम्बर 104 पर सम्पर्क करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि सिरमौर ज़िले के धगेड़ा खण्ड के बर्मापापड़ी गांव में 23 मई, 2018 को कुछ चमगादड़ों की मौत की सूचना है। सिरमौर के उपायुक्त के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में पशु चिकित्सकों के एक दल ने उसी दिन स्थल का दौरा किया तथा एनआईवी पुणे और जालंधर में परीक्षण के लिए नमूने एकत्रित किए। उन्होंने कहा कि ऊना ज़िले से भी आज कुछ चमगादड़ों की मौत का मामला सामने आया है। इस मामले में निर्धारित दिशा-निर्देशानुसार स्थानीय अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है।