जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन द्वारा विकास खंड कंडाघाट के जन प्रतिनिधियों के लिए गत दिवस एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी भानू गुप्ता ने की।
भानू गुप्ता ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन समिति सोलन ने 65 आपदा रक्षक मु य प्रशिक्षक प्रशिक्षित किए गए हैं। कंडाघाट विकास खंड की 24 पंचायतों में आपदा रक्षक समितियों का गठन किया जाएगा और मु य प्रशिक्षक आपदा रक्षक पंचायत स्तर पर सभी को प्राथमिक चिकित्सा, बचाव व पुनर्वास के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि विकास खंड कंडाघाट में दस आपदा रक्षक मु य प्रशिक्षकों को प्राकृतिक व मानव जनित आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
उन्होंने कहा कि आपदा के संबंध में लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर ही प्रशिक्षित किया जाएगा तथा इसके लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं युवक मंडल, महिला मंडल इत्यादि के स्वयंसेवियों का सहयोग लिया जाएगा।उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूक प, भूस्खलन, आगजनी, सूखा, बाढ़ एवं मानव जनित आपदाओं की स्थिति में धैर्य, विवेक, परस्पर सहयोग व प्रबंधन से ही नुकसान को न्यून किया जा सकता है। आपदा प्रबंधन दो प्रकार से किया जाता है आपदा से पूर्व एवं आपदा के पश्चात। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षक आपदा पूर्व एवं आपदा उपरांत प्रशिक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
कार्यशाला में विकास खंड कंडाघाट की विभिन्न पंचायतों के प्रधान, पंचायत सचिव तथा आपदा रक्षक मु य प्रशिक्षकों प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई।कार्यशाला में खंड विकास अधिकारी कंडाघाट बीआर वर्मा, जिला आपदा प्रबंधन की जिला समन्वयक निशा धुनेरिया, आपदा रक्षक मु य प्रशिक्षक, विकास खंड कंडघाट की विभिन्न पंचायतों के प्रधान, पंचायत सचिव उपस्थित थे।