( जसवीर सिंह हंस ) बनोर में खाई में ट्रक खाई में गिरने से तीन युवको की मौत व पांवटा साहिब में ट्रैक्टर के नीचे दबने से युवक की मौत के बाद ट्रेफिक पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है की क्या केवल बद्रीपुर चोंक में खड़े होकर दोपहिया सवारों के चालान करने से शहर में ट्रेफिक वयवस्था सुधर जाएगी |
बद्रीपुर चोंक में ट्रेफिक पुलिस कर्मी लोगो को ऐसे घेर लेते है जैसे कोई बड़ा अपराधी या देश की सीमा पार किया हुआ कोई व्यक्ति हो | आम आदमी व महिलाओ तक से ट्रेफिक पुलिस कर्मी बतमीजी से पेश आते है | आम आदमी दर्जनों बार इनको अपनी गाड़ी के दस्तावेज दिखा चूका होता है पर टारगेट पूरा करने के चक्कर में बाइक सवारों को चोंक में घेर लिया जाता है इससे सारा दिन चोंक में जाम लगा रहता है | वही चोंक के बिच में चालको को अचानक रोकने से दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है |
लाखो रुपए के चालान काटने के बावजूद कल बनोर में खाई में ट्रक गिरने तीन युवको की मौत हो गयी व आज सुबह ही ट्रैक्टर के नीचे दबने से युवक की मौत हो गयी | इससे ये सवाल पैदा होता है क्या ट्रेफिक नियम दोपहिया वाहन चालको के लिए है क्या |