ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब नाहन में गुरू अर्जुन देव सच्चे पातशाह की शहादत को समर्पित उनके जीवन पर प्रकाश डालने एवं उनकी शहादत के बारे लोगों को विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से पहली बार गुरूद्वारा परिसर में लड़ीवार कथा का आयोजन किया गया। इस दौरान भाई जरनेल सिंह लुधियाना वाले एवं भाई संदीप सिंह अनंदपुर साहिब वालों ने गुरू अर्जुन देव पातशाह की शाहदत की दास्तां ब्यां की।
सोसायटी के उपाध्यक्ष दलबीर सिंह ने बताया कि 8 जून से 17 जून तक गुरूद्वारा परिसर श्री दशमेश अस्थान साहिब नाहन में सोसायटी के अध्यक्ष सरबजीत सिंह की प्रेरणा से लड़ीवार कथा का आयोजन किया गया। इस दौरान सर्वप्रथम गुरू अर्जुन देव महाराज जी के जीवन समेत उनकी शहीदी कैसे हुई संबंधित पूरी दास्तां संगत को बताई। दलबीर सिंह के अनुसार लड़ीवार कथा के दौरान गुरू ग्रंथ साहिब जी की संपादना, बाणी कीर्तन कथा के लाभ, श्री हरमंदर साहिब का इतिहास, गुरूबाणी पाठ कैसे करें एवं पाठ कीर्तन के लाभ आदि कई विषयों पर कथा का आयोजन किया गया। लड़ीवार कथा के समापन अवसर पर लंगर एवं छबील का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अमृत सिंह शाह, दलबीर सिंह खालसा आदि समेत सैंकड़ों की सं या में संगतें उपस्थित हुई।