कार्ड में त्रुटियां डिजिटल राशन कार्ड के चक्कर में शहर के कई उपभोक्ता परेशान हैं। उपभोक्ताओं को साल भर बाद भी डिजिटल राशन कार्ड नहीं मिल पाए हैं। जिन उपभोक्ताओं ने नए राशन कार्ड बनवाने या करेक्शन के लिए दिए थे, वह अभी तक उन्हें वापिस नहीं मिल हैं। अब उन्हें जहां डिपो में राशन लेने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है, वहीं रोजाना खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय के चक्कर भी काटने पड़ रहे हैं।
मगर वहां पर भी उन्हें यही जवाब मिल रहा है कि अभी तक राशन कार्ड नहीं आए हैं। अधिकारी यह भी नहीं बता रहे कि डिजिटल राशन कार्ड कब तक आएंगे। ऐसे में अब डिपुओं में न तो पुराने कार्ड पर राशन मिल रहा है और न ही उनके पास नए कार्ड है। सरकार ने प्रदेश में डिजिटल राशन कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया था। इस दौरान जिन उपभोक्ताओं को राशन कार्ड नहीं आए, उनके लिए दोबारा लिस्ट भेजी गई थी, वह अभी तक नहीं आई है।
राशन कार्ड में त्रुटियां होने पर दिए थे वापस, कुछ नए भी बनने थे, पुराने राशन कार्ड में नहीं दिया जा रहा राशन | दिल्ली की कंपनी को दिया था टेंडरडिजिटल राशनकार्ड बनाने का कार्य पूर्व सरकार ने दिल्ली की कंपनी को दिया था। कंपनी ने विभाग को यह कार्ड बना कर देने थे। इसके लिए सरकार ने शुरुआत में लिस्ट भेज दी थी। इसमें अधिकांश उपभोक्ताओं के राशन कार्ड नहीं आए थे। इसके अलावा जिन कार्ड में त्रुटियां पाई गई थी, जिन्हें दुरूस्त करने के लिए भी भेजा गया था। मगर वह कार्ड अभी तक उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाए हैं।
इसलिए कर रहे मनाही सरकारी डिपुओं में अब राशन उपभोक्ताओं को नए राशन कार्ड पर दिया जाता है। इसमें उपभोक्ताओं के आधार कार्ड लिंक किए गए हैं। वहीं मशीन में एंट्री डिजिटल राशन कार्ड के नंबर की एंट्री के बाद ही राशन आबंटित किया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि जिन उपभोक्ताओं के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें अब यहां पर राशन कार्ड नहीं मिल रहा है। उन्हें इसके लिए परेशानी उठानी पड़ रही है | वही डिपो संचालको का कहना है कि खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने मना किया है कि डिजिटल राशन कार्ड के बिना किसी उपभोगता को राशन नहीं देना है |