देश में मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र निर्मित करने के लिए विभाग द्वारा एक परियोजना तैयार की जा रही है जिसके लिए भारत सरकार से धनराशि प्रदान करने हेतू मामला प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा ताकि प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को सभी आधुनिक सुविधाऐ मिल सके ।
यह जानकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सहकारिता मंत्री डॉ0 राजीव सहजल ने आज यहां जिला परिषद भवन के सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के अवसर पर उपस्थित जनसमूह कों संबोधित करते हुए दी । इससे पहले उन्होने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यशाला का शुभारंभ किया ।
डॉ0 सहजल ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताऐं ग्रामीण स्तर पर सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों को आमजन तक पहूंचाने में अहम भूमिका निभाती है और इनके मानदेय में वृद्वि करने के लिए मामला भारत सरकार के साथ प्रभावी ढंग किया जाएगा ताकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सम्मानजनक मानदेय उपलब्ध हो सके ।
उन्होेने कहा कि प्रदेश सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की समस्याओं से भली भांति परिचित है और उनकी मांगों के समाधान के लिए सरकार द्वारा प्रभावी पग भी उठाए गए हैं । उन्होने कहा कि कुछ लोगों के कहने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा हड़ताल इत्यादि का सहारा लिया जा रहा है वह एक उचित कदम नहंी है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018-19 के बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में तीन सौ रूपये की वृद्वि की गई है ।
डॉ0 सहजल ने कहा कि महिलाऐं राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं और महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रम आंरभ किए गए है ताकि महिलाऐं स्वाबलंबी बनकर समाज में सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर सके। उन्होने कहा कि हमारे धार्मिक ग्रंथों में आदिकाल से महिलाओं को श्रेष्ठ दर्जा दिया गया है और जिस समाज में नारी का सम्मान होता है वहां पर देवता स्वयं विराजमान होते हैं ।
इस अवसर पर अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों मेे बच्चों के जीवन की नींव सुदृढ़ होती है और आंगनबाड़ियों में बच्चों को जो संस्कार दिए जा रहे है वह अपने आप में एक मिसाल है । उन्होने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री से आग्रह किया कि अभी तक काफी आंगनबाड़ी केंद्र निजी भवनों अथवा महिला मण्डल भवनों में चल रहे है । उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण के लिए सिरमौर जिला के लिए उपयुक्त धनराशि उपलब्ध करवाने का आग्रह किया । उन्होने कहा कि सरकार द्वारा मनरेगा के साथ अभीसरन करके आंगनबाड़ी भवनों की योजना है उसमें धनराशि को बढ़ाने की जरूरत है ।
डॉ0 बिदल ने मंत्री से आग्रह किया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में वृद्वि करने के लिए मामला केंद्र सरकार के साथ उठाया जाए । उन्होने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, टीकाकरण और अन्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन में अहम भूमिका निभाते हैं । इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीसी अर्जुन सिंह नेगी मुख्य अतिथि का स्वागत किया और एक दिवसीय कार्यशाला बारे विस्तार से जानकारी दी ।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री द्वारा बीपीएल परिवार की दस बेटियों को बेटी है अनमोल कार्यक्रम के तहत दस-दस हजार रूवये की बैंक एफडी प्रदान की गई । इसके अतिरिक्त दस लाभार्थियों को गृह अनुदान कार्यक्रम के अंतर्गत साढ़े छः लाख रूपये की राशि प्रथम किश्त के रूप में प्रदान की गई । उन्होने विधवा पुनर्विवाह योजना के तहत एक महिला को 50 हजार का चैक प्रदान किया गया ।इस अवसर पर नाहन भाजपा मण्डलाध्यक्ष दीनदयाल वर्मा, नप उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता, राकेश गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे । इस कार्यशाला में से अधिक महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया तथा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके समारोह को आकर्षक बनाया गया ।