वर्तमान परिप्रेक्ष्य में साहित्य के स्थान पर पत्रकारिता को समाज का दर्पण कहा जाता है, जिसमें निष्पक्षता, निर्भिकता, उदारता तथा पारदर्शिता का होना अति आवश्यक है।यह उदगार उपायुक्त सिरमौर ने आज यहां सीटी हार्ट होटल नाहन में पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार चण्डीगढ द्वारा आयोजित ग्रामीण क्षेत्रों मंे बेहतर सूचना प्रवाह हेतू सरकारी सूचना प्रणाली तथा स्थानीय मीडिया के मध्य समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से मीडिया कार्यशाला (वार्तालाप) में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित मीडिया कर्मियों तथा अन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।
उपायुक्त ने नाहन मंे मिडिया कार्यशाला आयोजित करने के लिए पत्र सूचना कार्यालय चण्डीगढ का आभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे आयोजन करने का भी आग्रह किया।उन्होने कहा कि प्रेस को लोकतंत्र का प्रहरी माना जाता है और मीडिया कर्मी को समाचार लिखते समय निष्पक्ष रूप से अपने दायित्व का निर्वहन किया जाना चाहिए ताकि समाज में एक सकारात्मक संदेश पहुंच सके। उन्होने कहा कि समाचार पत्र समाज का आईना होता है जिसमें समाज की कार्यप्रणाली की भूमिका परिलक्षित होती है। उन्होने कहा कि समाचार पत्र में साकारात्मक पाठय सामग्री को प्रकाशित ंकिया जाना चाहिए क्योंकि ऐसी पत्रकारिता से समाज में साकारात्मक परिवर्तन आता है।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता का नया स्वरूप उभर कर सामने आया है और पत्रकारिता जन समस्याओं को सुलझाने में कारगर साबित हुई है। उन्होंने कहा कि आज के समय में मीडिया में विश्वसनीयता बहुत बड़ा प्रश्न है तथा किसी भी स्तर पर मीडिया की विश्वसनीयता कमजोर नहीं होनी चाहिए। उन्होने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का वह महत्वपूर्ण स्तम्भ है जिसकी वजह से लोकतंत्र की जड़ें निरन्तर मजबूत हुई है।
उन्होने मीडिया से आग्रह किया कि समाज में फैली विभिन्न कुरितियों जैसे स्वच्छता, कन्या भू्रण हत्या, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, युवाओं में बढ़ती नशे की लत इत्यादि के उन्मूल्न के लिए प्रेस में सकारात्मक लेख प्रकाशित किए जाऐं ताकि लोगों में जागरूकता लाई जा सके और स्वस्थ समाज का निर्माण संभव हो सके । इसके अतिरिक्त विकासात्मक पत्रकारिता को भी प्रेस में उचित स्थान दिया जाना चाहिए ।
पत्र सूचना कार्यालय चण्डीगढ़ के अतिरिक्त महानिदेशक डीजे नारायण ने कहा कि वार्तालाप एक ऐसा सशक्त माध्यम है जिसके द्वारा सरकार की योजनाओं तथा कार्यक्रमों को आम जन मानस तक पहंुचाया जा सकता है। उन्हांेने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मिडिया प्रदर्शनी इत्यादि के माध्यम से भारत सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रचार व प्रसार को समाज के निचले स्तर पर रहने वाले लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि भारत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगांे को मिल सके।
उन्हांेने कहा कि जिला मुख्यालय के पत्रकारों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दो के बारे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के साथ उठाया जाएगा। उन्हांेने कहा कि पत्र सूचना कार्यालय चण्डीगढ के माध्यम से तीन राज्यों हिमाचल, पंजाब तथा हरियाणा में ऐसे आयोजन चरणबद्व तरीके से आयोजित किए जा रहे है ताकि मिडिया के माध्यम से भारत सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके।
इस अवसर पर डीपी जोशी सेवानिवृत निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने कहा कि समाज में पत्रकारों का एक विशेष स्थान होता है। उन्होंने कहा कि किसी भी नाकारात्मक बात को इस ढंग से प्रकाशित करे की समाज में उसका साकारात्मक प्रभाव पड़े। उन्होंने बताया कि कोई भी समाचार प्रकाशित होने से पहले तथ्यों पर आधारित होना चाहिए। इससे पूर्व पत्र सूचना कार्यालय चण्डीगढ़ के सहायक निदेशक हेमन्त चौहान ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय शर्मा, परियोजना अधिकारी डीआरडीए रत्ती राम, राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय नाहन के प्रवक्ता अबदेश यादव ने भी अपने विचार रखे।