(जसवीर सिंह हंस ) हिमाचल प्रदेश में दो दिनों से अवैध तौर पर चल रही 108 एंबूलेंस कर्मचारियों की हड़ताल अब मरीजों पर भारी पड रही है। वीरवार को नाहन में 108 एंबूलेंस न मिलने से एक महिला मरीज की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरवार सुबह मेडिकल कॉलेज परिसर में एक बुजुर्ग महिला तड़प रही थी। महिला के परिजन बार-बार 108 नंबर पर एंबूलेंस की गुहार लगा रहे थे। मगर हड़ताल पर गये कर्मचारियों ने परिजनों की नहीं सुनी। बुधवार रात से नाहन मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती महिला की हालत वीरवार तडक़े ज्यादा खराब हो गई।
महिला की खराब हालत को देखते हुये मेडिकल कॉलेज से महिला को पीजीआई रैफर कर दिया गया। जब परिजनों के बार-बार आग्रह के बाद 108 एंबुलेंस नहीं आई, तो मेडिकल कॉलेज ने मारूति वैन-एंबूलेंस का इंतजाम करवा दिया। इस वैन में मेडिकल की आधुनिक सुविधाएं नहीं थी। केवल ऑक्सीजन का सिलैंडर लगाकर बुजुुर्ग महिला को पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया, मगर नारायणगढ़ के समीप पंहुचते ही महिला ने मरीज सत्यावती चौहान ने दम तोड़ दिया। नाहन मालरोड़ की रहने वाली सत्यावती चौहान के पोते आशीष चौहान ने बताया कि 108 एंबूलेंस सेवा के रवैये की शिकायत सरकार से की जायेगी।
नाहन से पीजाआई रैफर महिला मरीज को वैन-एंबूलेंस मुहैया करवा दी गई थी। वैन एंबूलेंस की तुलना 108 एंबूलेंस से नहीं की जा सकती, क्योंकि 108 एंबूलेंस में कई तरह की आधुनिक मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं।डॉ. केके पराशर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, डॉ.वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन
नाहन मेडिकल कॉलेज से पीजाआई रैफर महिला मरीज 108 एंबूलेंस उपलब्ध ना होने के कारण मरीज के मौत के मामले में कुछ नहीं कह सकता हूॅ। वीरवार को हाईकोर्ट ने 108 एंबूलेंस कर्मचारियों की हड़ताल को अवैध मानते हुये सभी कर्मचारियों को शुक्रवार सुबह आठ बजे तक लौटने के निर्देंश कदये है। यदि 8:30 तक कर्मचारी नहीं लौटे, तो हाईकोर्ट के निर्देंश पर हड़ताल पर गये सभी कर्मचारियों को निकाल कर नये कर्मी भर्ती किये जायेगे : आकाशदीप 108 एंबूलेंस प्रभारी जिला सिरमौर