पांवटा साहिब : चोरियों का अम्बार पुलिस लाचार , व्यापार मण्डल ने लिया कडा संज्ञान

(जसवीर सिंह हंस )  शहर में  चोरियो का अम्बार लग गया है पुलिस बेबस और लाचार नजर आ रही है बीते दिनों में जहां जहां चोरियां हुई है उनमें पुलिस बैक फुट पर आ गयी है । हालांकि पुलिस महकमे आला अधिकारियो ने अपने चहेतो को जमाने के लिये पुरस्कृत भी किया किन्तु पांवटा में हुई चोरियो की वारदातों के बाद जनता त्राहि त्राहि कर चुकी है। अभी बीती रात हुई चोरी के कारण पीढित परिवार के यहां आने जाने वालों का तांता लगा हुआ है | अभी तक पुलिस की हुई चोरियो में पुलिस के प्रयास नाकाफी नजर आ रहे है और पुलिस महकमे की शहर भर में जमकर किरकिरी हो रही है।पिछले कई महीनो में चोरो ने दर्जनों चोरियों को अंजाम दिया है |

शहर में पिछले कुछ महीने  में चोरियो का आंकडा : 10  फरवरी 2018 को  देवीवगर में चोरों ने एक घर के ताले तोड़कर राजेश कुमार के घर से  चोर घर से सोने व चांदी के जेवरात समेत गैस सिलेंडर भी चोरी कर ले गए |

You may also likePosts

Khabron wala हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थान देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। ऐसे ही एक शिक्षण संस्थान ने अब एक नया इतिहास रच दिया है। दरअसल हिमाचल के मंडी जिला में स्थित आईआईटी मंडी के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थान को देशभर में यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर का खिताब मिला है। आईआईटी मंडी को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा दिल्ली में आयोजित एफआईसीसीआई हायर एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2025 में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संस्थान को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर और एक्सीलेंस इन क्रिएटिंग एंप्लॉयमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप शामिल हैं। यह सम्मान आईआईटी मंडी को हिमालयी क्षेत्र में 400 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। संस्थान के नवाचार आधारित शोध कार्यों ने न केवल युवाओं को नए अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर भी अग्रसर किया है। नवाचार और स्टार्टअप्स में नई पहचान आईआईटी मंडी बीते कुछ वर्षों में स्टार्टअप और इनोवेशन के क्षेत्र में तेजी से उभरा है। संस्थान की रिसर्च लैब्स और इनक्यूबेशन सेंटर ने सैकड़ों युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने का मौका दिया है। स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इन स्टार्टअप्स ने नई दिशा दी है। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे संस्थान के लिए गर्व का क्षण है। यह सम्मान हमारे संकाय छात्रों और स्टाफ की कड़ी मेहनत का नतीजा है। हम नवाचार की संस्कृति को मजबूत कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि संस्थान का फोकस केवल शोध तक सीमित नहीं है, बल्कि अनुसंधान के व्यावहारिक उपयोग, उद्योगों से साझेदारी और उद्यमिता को बढ़ावा देने पर भी है। आईआईटी मंडी का मानना है कि देश में तकनीकी नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाकर ही रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं। यही कारण है कि संस्थान में कई शोध परियोजनाएं सीधे सामाजिक और औद्योगिक जरूरतों से जुड़ी हुई हैं। इस उपलब्धि के बाद आईआईटी मंडी ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी उसकी भूमिका अहम होगी।

20  फरवरी 2018 : गांव नवादा के राकेश कि बाइक चोरी हुई इतना ही नही रोजनामचे में दर्ज शिकायत में बाइक का नम्बर भी गलत लिख दिया गया है और फिर पुलिस वाले इसे क्लेरीकल मिस्टेक बताते हुए अपना पल्ला झाड रहे है। पीढित राकेश ने एसएमएस से शिकायत पुलिस आला कमान को भेज तो दी थी साथ ही पुलिस कप्तान को भी शिकायत कर दी थी ।

26 जून 2018 एक ही रात में बदमाशों ने दो कार और एक मिन्नी ट्रक पर हाथ साफ किया। इसमें से एक कार व मिन्नी ट्रक को बदमाश ले उड़े। जबकि एक कार को स्टार्ट नहीं कर पाए और घर से थोड़ी ही दूर छोड़ गए।

30 जून 2018 : यमुना बिहार कालोनी के रहने वाले धर्मपाल पुत्र  प़ृथ्वी चन्द ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुये कहा की घर पर लोकर में रखे लाखों रूपये के सोने के जेवरात चोरी हो गये है ।

8  जुलाई  2018 : पुरूवाला में देर रात को शातिर चोरों ने घर के बाहर खड़ी एक पिकअप ले उड़े। पांवटा साहिब-नाहन सड़क पर पुरूवाला के पास इंद्र सिंह अपनी पिकअप एचपी18बी-2438 को शनिवार शाम को अपने घर के बहार खड़ी की थी जब रविवार सुबह गाड़ी के पास आया तो गाड़ी वहां से गायब थी।

10  जुलाई  2018 : कालाअंब में एक तेज रफ्तार कार ने नाके पर तैनात एक पुलिस कर्मी को घायल कर दिया। बताया जा रहा है कि कालाअंब पुलिस ने पांवटा पुलिस की एक शिकायत पर स्पेशल नाका लगाया था। शिकायत मिली थी कि पांवटा साहिब में बीती रात एक दुकान में बदमाशों ने नकदी पर हाथ साफ कर दिया था ।

16 जुलाई  2018  :  पांवटा साहिब के टोका नगला  के रहने वाले मोहमद तस्लीम  ने पुलिस में शिकायत करवाते हुये कहा की देर रात घर पर रखे 20000 रूपये के आलावा सोने के जेवरात  व एक मोबाइल चोरी हो गये है ।

17 जुलाई  2018  : प्रीत मार्केटिंग गो मोबाइल शॉप  के मालिक नोशाद ने बताया कि उनकी दुकान से शाम करीब 25 मोबाइल फ़ोन चोरी हुए है  व करीब 22070 रुपए भी चोरी हो गये है |

15 अगस्त  2018  पावंटा साहिब के बद्रीपुर में 70 वर्षीय महिला के गले से सूनियोजित ढंग से सोने की चेन स्नेचिंग का मामला सामने आया |

16 अगस्त  2018  : प्राप्त जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब के जामनी वाला रोड नजदीक शिव मंदिर  के रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति प्रशोतम लाल  ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुये कहा की घर पर लोकर में रखे 42000 रुपए नकद सोने की 2  अगुठीया चोरी हो गये है ।

17 अगस्त  2018  पांवटा साहिब के बद्री नगर में  जामनी वाला रोड नजदीक शिव मंदिर के सामने अमर कॉलोनी रहने वाले दीपक चौधरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुये कहा की घर पर अलमारी  में रखे लाखो रुपए के रूपये व  सोने के जेवरात चोरी हो गये है ।

25 अगस्त  2018  बलवन्त सिंह निवासी राजबन पांवटा साहिब साहिब जिला सिरमौर ने थाना पांवटा साहिब में शिकायत दर्ज करवाई हैं किसी ना मालूम व्यक्ति ने इसके घर से आठ लाख रुपय चोरी कर लिये हैं।

25 अगस्त  2018  को पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 9 में एक बदमाश ने 5 मोबाइल और नगदी पर हाथ साफ किया है इस पूरी वारदात की घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है।

25 अगस्त  2018  को पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 6 पर चुंगी नंबर 6 पर नहर के किनारे स्थित घोसला पेइंग गेस्ट हाउस में  गत रात दो चोर घुस आये व बाइक मोबाइल लेपटोप म्यूजिक सिस्टम व नकदी पर हाथ साफ कर दिया |

26 अगस्त  2018  को शकील निवासी मतारालियो कि बजाज प्लेटिना बाइक Hp17B 5785   सिविल हॉस्पिटल से चोरी |

30 अगस्त  2018  शहर की हरिओम कॉलोनी निवासी  बुजुर्ग महिला लक्ष्मी देवी अपने मोहल्ले में टहल रही थी इस दौरान बिना नंबर की काले रंग कि पल्सर  मोटरसाइकिल पर सवार दो झपटमार वहां पहुंचे और बुजुर्ग  महिला के गले से 3 तोले कि सोने की चेन छीनकर फरार हो गए |

व्यापार मंडल पावंटा साहिब ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा कि  है और पुलिस प्रशासन से मांग कि है कि दोषियों को जल्द ही बेनकाब किया जाए और व्यापारियों के नुकसान की भरपाई की जाए वर्ना व्यापार मंडल और सभी दुकानदार आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर होंगे और कड़े फैसले लेने में नहीं हिचकेंगे | वही इस मामले पर कल व्यापार मंडल पावंटा साहिब कड़ा  रुख अपना सकता है |

Related Posts

Khabron wala हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थान देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। ऐसे ही एक शिक्षण संस्थान ने अब एक नया इतिहास रच दिया है। दरअसल हिमाचल के मंडी जिला में स्थित आईआईटी मंडी के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थान को देशभर में यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर का खिताब मिला है। आईआईटी मंडी को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा दिल्ली में आयोजित एफआईसीसीआई हायर एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2025 में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संस्थान को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर और एक्सीलेंस इन क्रिएटिंग एंप्लॉयमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप शामिल हैं। यह सम्मान आईआईटी मंडी को हिमालयी क्षेत्र में 400 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। संस्थान के नवाचार आधारित शोध कार्यों ने न केवल युवाओं को नए अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर भी अग्रसर किया है। नवाचार और स्टार्टअप्स में नई पहचान आईआईटी मंडी बीते कुछ वर्षों में स्टार्टअप और इनोवेशन के क्षेत्र में तेजी से उभरा है। संस्थान की रिसर्च लैब्स और इनक्यूबेशन सेंटर ने सैकड़ों युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने का मौका दिया है। स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इन स्टार्टअप्स ने नई दिशा दी है। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे संस्थान के लिए गर्व का क्षण है। यह सम्मान हमारे संकाय छात्रों और स्टाफ की कड़ी मेहनत का नतीजा है। हम नवाचार की संस्कृति को मजबूत कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि संस्थान का फोकस केवल शोध तक सीमित नहीं है, बल्कि अनुसंधान के व्यावहारिक उपयोग, उद्योगों से साझेदारी और उद्यमिता को बढ़ावा देने पर भी है। आईआईटी मंडी का मानना है कि देश में तकनीकी नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाकर ही रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं। यही कारण है कि संस्थान में कई शोध परियोजनाएं सीधे सामाजिक और औद्योगिक जरूरतों से जुड़ी हुई हैं। इस उपलब्धि के बाद आईआईटी मंडी ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी उसकी भूमिका अहम होगी।

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!