( जसवीर सिंह हंस ) अखिल भारतीय कोली समाज ने केदार सिंह हत्याकांड को लेकर स्वर्ण जाति के लोगों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को जातिवाद की प्रकाष्ठा करार दिया है। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में खुलासा हो चुका है कि केदार सिंह जिंदान को पहले डंडो से मारा गया। उसके बाद उसे गाड़ी चढ़ा कर कुचला गया। इसके बाद भी स्वर्ण जाति आरोपी के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। जो कि सरासर अनुचित है। ये जातिवादी मानसिकता की पराकाष्ठा है।
अखिल भारतीय कोली समाज की एक बैठक नाहन में आयोजित हुई। इस दौरान अनुसूचित जाति वर्ग के कई संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में केदार सिंह जिंदान की हत्या को लेकर गहरा रोष प्रकट किया गया। साथ ही सभी से एकजुट होने का आह्वान किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान संजय पुंडीर ने की। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने एकमत से ठियोग के विधायक राकेश सिंघा का इस मुद्दे को उठाने के लिए आभार भी प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों की ओर से जिंदान की मौत को एक्सिडेंट बताने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। यदि राकेश सिंघ इस मामले को नहीं उठाते तो जिंदान की हत्या एक्सिडेंट साबित होकर रह जाती।
इस अवसर पर सभा के पदाधिकारियों ने केदार सिंह जिंदान की याद में श्रद्धांजलि समारोह आयोजन करने का निर्णय लिया। निर्णय लिया कि 20 सितंबर को नाहन में राज्यस्तरीय श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें प्रदेश भर से आए समुदाय के लोग हिस्सा लेंगे। इस मौके पर कोली समाज, हरिजन समाज, हरिजन लीग, बालमिकी समाज ने एससी/एसटी एक्ट का पूर्ण समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जिला में आज भी दलितों का उत्पीडऩ दबंगों द्वारा किया जा रहा है। जिला जागता उदाहरण शिलाई है जो आज प्रदेश में सुर्खियों पर है। इस मौके पर कोली समाज ने केदार सिंह जिंदान की हत्या की जांच सीबीआई से करवाने की भी मांग की। उन्होंने प्रदेश सरकार व पुलिस विभाग ने केदार सिंह जिंदान के परिजनों व गवाहों को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने की बात कही।
बैठक में कोली समाज के जिला प्रधान संजय पुंडीर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रो. बलबीर सिंह, पूर्व प्रधान रामेश्वर सिंह, पूर्व प्रधान भगत राम पुंडीर, महासचिव संदीपक तोमर, अशोक विक्रम, अशोक तोमर, नौहराधार से मोहन लाल चौहान, सराहां से गीता सिंह, हरिजन लीग राजगढ़ से तारा दत्त निर्मोही, सुरेंद्र चौहान, बालमीकि समाज के प्रधान प्रदीप सहोत्रा, गुरू रविदास सभा के प्रधान विजय चौरिया, शांति देवी, अमर सिंह, अक्षय पुंडीर, देवकांत चौहान, आकाश पुंडीर सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।