( जसवीर सिंह हंस ) सिरमौर जिला में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से सैनिटरी नैपकिन तैयार करने की जिला प्रशासन द्वारा अनूठी एवं अभिनव पहल की गई है ताकि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं एवं किशोरियों को सैनिटरी नैपकिन आसानी से उपलब्ध हो सके ।
यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने गत दिवस पांवटा साहिब के नवादा में स्वयं सहायता समूह द्वारा स्थापित की गई सैनिटरी नैपकिन की छोटी मशीन का शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए दी । उन्होने कहा कि तीन लाख की लागत से इस सैनिटरी नैपकिन के लघु उद्योग को आरंभ किया गया है और इसके सकारात्मक परिणाम आने पर जिला में अन्य स्वयं सहायता समूह को इस लघु उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा । उन्होने कहा कि नवादा व इसके आसपास के गांव की 12 महिलाओं द्वारा सैनिटरी नैपकिन बनाने का कार्य आरंभ किया गया है जिससे महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होगें ।
उपायुक्त ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए सैनिटरी नैपकिन न्यूनतम चार रूपये की दरों पर उपलब्ध करवाए जाएगें जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मामला उठाया गया है । इसके अतिरिक्त नवादा व आसपास के स्कूलों में एक सौ किशोरियों को सैनिटरी नैपकिन निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएगें । उन्होने कहा कि स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किए गए सैनिटरी नैपकिन को विभिन्न दुकानों के माध्यम से विक्रय किए जाएगें ताकि यह कारोबार सफल हो सके । इस मौके पर एसडीएम पांवटा, सहायक परियोजना अधिकारी आरके झांझ सहित नवादा व इसके आसपास के गांव के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।