पांवटा साहिब में ऐन वक्त पर शादी की पूरी तैयारियां धरी की धरी रह गई। अचानक इस कुछ हुआ कि दोनों ओर सन्नाटा पसर गया । दोनों तरफ शादी समारोह की तैयारियों पर पानी फिर गया। मामला उपमंडल पांवटा साहिब का है। यहां पर चाइल्ड लाइन की टीम ने दबिश देकर एक बाल विवाह रुकवा दिया। इस बार बदला सिर्फ यह था कि दुल्हन की आयु पूरी थी, लेकिन दुल्हा अपनी आयु पूरी नहीं कर रहा था। इस मामले की चाइल्ड लाइन को सूचना मिलते ही सबसे पहले पुलिस थाना पांवटा साहिब में डीडी एंट्री करवाई गई।
इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन की काउंसलर विनीता ठाकुर व टीम सदस्य राजेंद्र व सुंदर सिंह के साथ पांवटा पुलिस थाना से होमगार्ड जवान रणसिंह व आंगनबाड़ी सूपरवाइजर इंद्रजीत कौर शादी समारोह में पहुंचे। टीम ने दुल्हे का आयु प्रमाण पत्र जांचा तो पाया कि दुल्हा महज 19 साल का है जबकि शादी के लिए उम्र 21 वर्ष होना अनिवार्य है। इस पर दुल्हे के माता पिता की काउंसलिंग कराई गई। काउंसलिंग के दौरान दुल्हे के अभिभावकों ने इस बात को स्वीकारा कि शादी के लिए लड़के की कितनी उम्र होनी चाहिए। इसका बात का पता नहीं था। लिहाजा, वह शादी 21 वर्ष में ही कराने के लिए राजी हो गए। दुल्हे ने भी यह बात स्वीकारी।