( जसवीर सिंह हंस ) सी आई डी कि स्थानीय टीम कि एक कारेवाही के आधार पर ही टेक्नोमैक चोरियों के मामले का खुलासा हुआ था | 2016 में सी आई डी कि स्थानीय टीम ने एक ट्रक को रात के समय गुप्त सुचना के आधार पर पकड़ा था जिसमे इंडियन टेक्नोमैक कंपनी जो कि हिमाचल प्रदेश सरकार के कब्जे में थी से चोरी हुआ स्क्रैप भरा हुआ था | इस माल का कोई बिल आदि भी न पेश कर पाने पर ड्राईवर सहित ट्रक को पुलिस स्टेशन लाया गया था | आरोप यह भी है इस ट्रक को पुलिस ने क़ानूनी कारेवाही न कर आबकारी व कराधान विभाग के अधिकारियो के हाथ सोंप दिया व चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया |
उस समय के ई टी ओ टेक चंद ,इंस्पेक्टर दीपक सत्ती व ई टी सी ने इस चोरी के सामान को ठिकाने लगा दिया | यही से आबकारी व कराधान विभाग के अधिकारी सीआईडी के राडार पर आ गये थे वही इस मामले में तत्कालीन एस एच ओ और डी एस पी ने इन्वेस्टिंग ऑफिसर जो कि एक ए एस आई था व अब सब इन्स्पेक्टर बनकर जिले में एक पुलिस स्टेशन में एस एच ओ के पद पर तेनात है | सूत्रों के अनुसार इन पुलिस अधिकारियो पर भी क़ानूनी कारेवाही तय है |
सबसे पहले तत्कालीन ई टी ओ टेक चंद कि गिरफ्तारी के बाद परते खुलती गयी व बेकरी मालिक व कबाड़ी तक चैन जुडती गयी वही सी आई डी ने कोर्ट ने स्थानीय कोर्ट में पक्ष रखा कि कुल 12 ट्रक भरकर माल चोरी हुआ है व कबाड़ी ने करीब 30 टन माल कि खरीद फरोक्त कि है बेकरी मालिक को एल्मुनियम स्क्रैप व एल्मुनियम कटिंग मशीन खरीदने के मामले में गिरफ्तार किया गया है व वही तत्कालीन ई टी ओ टेक चंद पर आरोप है कि उसकी मिलीभगत से इस सारी वारदात को अंजाम दिया गया |उस समय कि सी आई डी कि स्थानीय टीम कि मेहनत से ही अब भ्रष्टाचारियो व चोरो पर क़ानूनी कारेवाही संभव हो सकी है |
इंडियन टेक्नोमैक कंपनी जो कि घोटाले के आरोपों के बाद बंद थी व आबकारी व कराधान विभाग के अधीन आ गयी थी | इस बंद कम्पनी में करोडो का सामान रखा हुआ था जिसमे लोहे तांबे व पीतल आदि का स्क्रेप व मशीने आदि शामिल थे | तत्कालीन ई टी ओ टेक चंद पुत्र वरयाम चंद निवासी रक्कड़ कॉलोनी ऊना पर आरोप है कि उसने कबाड़ी व अन्य चोरो से मिलीभगत कर ये सामान कबाड़ी व अन्य लोगो को बेच दिया | आरोपी तत्कालीन ई टी ओ टेक चंद पर आरोप है कि उसने पांवटा साहिब सर्कल में रहते हुए उसने इंडियन टेक्नोमैक कंपनी से सामान व मशीने की चोरी में शामिल था | व तत्कालीन ई टी ओ टेक चंद का नाम पहले भी इंडियन टेक्नोमैक कंपनी घोटाले कि एफ आई आर में था |
वही इस मामले में बेकरी मालिक को एल्मुनियम स्क्रैप व एल्मुनियम कटिंग मशीन खरीदने के मामले में गिरफ्तार किया गया है | वही इस मामले में तीसरे आरोपी एक कबाड़ी सुलेमान उम्र 45 साल पुत्र फुरकान अहमद निवासी मीरजापुर सहारनपुर को तांबा व लोहे का कबाड़ खरीदने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है | दोनों आरोपियों को पांवटा साहिब कोर्ट में पेश किया गया जहा से दोनों आरोपियों को 19 नवंबर तक के लिए रिमांड पर भेज दिया गया है | गोरतलब है कि इंडियन टेक्नोमैक कंपनी घोटाले में अब तक कुल नो गिरफ्तारिया हो चुकी है | इसके अतिरिक्त कंपनी प्रबंधन ने पांवटा साहिब स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग और अन्य विभागों से मिलीभगत कर सामान और कबाड़ इत्यादि को चोरी छिपे बाहर निकाला । इसके चलते सीआईडी की ओर से प्रार्थियों को जमानत दिए जाने पर विरोध जताया है।