पांवटा साहिब : सड़क किनारे बिक रही ताजी भुनी मूंगफली , कहलाती है गरीबो के बादाम

( जसवीर सिंह हंस ) मूंगफली व गजक बेचने वालों की शहर में भरमार है तो स्टेट और  नेशनल हाईवे पर भी खाद्य सामग्री की दुकानें सजी हुई हैं। शहर में  मूंगफली बेचने वाले अपना रोजगार जमाए हुए हैं। पांवटा साहिब के जामनी वाला रोड पर शिव मंदिर  के पास दुकानदार जावेद  ने कहा कि वह उत्तरप्रदेश से हर वर्ष यहां मूंगफली की रेहड़ी लगाता  है। अभी सर्दी की शुरुआत है। फिर भी मूंगफली व गजक की डिमांड अच्छी खासी है। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी तो सूखे मेवा की मांग भी उसी हिसाब से बढ़ती जाएगी।

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सर्दी के दस्तक देते ही बाजार में रेवड़ी, गजक, मूंगफली की डिमांड बढ़ गई है। कुछ दिन पहले जिन रेहड़ियों पर फल व सब्जी की बिक्री की जाती थी अब उन पर मूंगफली के ढ़ेर दिखाई देते हैं। सर्दी से बचने के लिए लोग गर्म खाद्य पदार्थो का अधिक सेवन करते हैं। जो लोग बदाम व काजू जैसे महंगी खाद्य सामग्री का सेवन नहीं कर सकते वह मूंगफली, रेवड़ी व पिंड खजूर की खरीदारी कर सर्दी से बचाव करते हैं। शाम के समय रेहड़ियों पर मूंगफली व गजक की बिक्री बढ़ जाती है। बाजार में सबसे कम पिंड खजूर की खरीद की जा रही है।

रेहड़ी संचालक जावेद  ने कहा कि सर्दी बढ़ने पर मूंगफली, गजक, रेवड़ी व पिंड खजूर की डिमांड बढ़ जाएगी। कई बार तो डिमांड के हिसाब से खाद्य सामग्री की पूर्ति नहीं हो पाती। मकर संक्रांति पर लोग मूंगफली, मक्की व रेवड़ी की अधिक खरीद करते हैं। दुकानों से लोग सूखी मेवा में सर्दियों के लिए काजू, बादाम, छुआरे व अन्य सूखी मेवा की खरीद कर रहे हैं। बाजार में मूंगफली की 80 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक्री हो रही है। जबकि गजक व रेवड़ी सौ रुपये प्रतिकिलो तक बिक रही है। काजू 680 रुपये व बादाम 720 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है। किसमिस के दाम 300 रुपये व छुआरे 150 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रहा है।

CSK टीम की जान है ,कभी सड़क पर मूंगफली बेचने वाला ये खिलाड़ी : चेन्नई की ओर से खेल रहे आज हम एक ऐसे खिलाड़ी की बात करने जा रहे हैं जो एक समय सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठकर मूंगफली बेचा करते थे। वह कोई और नहीं बल्कि पिछले साल टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से परेशान करने वाले दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज लुंगी नगीदी हैं।

लुंगी नगीदी को चेन्नई सुपर किंग्स ने  50 लाख रुपये में अपनी टीम के साथ जोड़ा है।  नगीदी ने ट्विटर पर अपने बचपन के मुश्किल दिनों को बयां करते हुए ट्विटर पर लिखा है- एक ऐसा भी वक्त था जब मैं और मेरा भाई सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठकर मूंगफली बेचा करते थे। बता दें कि नगीदी को अपने पिता के आ​कस्मिक निधन के कारण बीच में ही आईपीएल छोड़कर अपने देश दक्षिण अफ्रीका जाना पड़ा है।

मूंगफली मटर, सेम, बीन्स जैसे फली परिवार से जुड़ी हुई है और हर उम्र के लोगों की पसंदीदा है. कुरकुरे स्वाद और गर्म तासीर वाली मूंगफली अपने पोषक तत्वों के कारण बादाम के समकक्ष ठहरती है और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है. सर्दियों में आसानी से उपलब्ध होने और किफायती होने की वजह से कुछ लोगों ने तो इसे गरीबों का काजू की उपाधि दी है. भुनी हुई, कच्ची, उबाली हुई, तली हुई या रोस्टिड, टेंगी, मसालेदार मूंगफली सड़क के किनारे, बस स्टैंड, लोकल ट्रेन, मॉल-बाजार हर जगह आसानी से मिल जाती है. इसी वजह से यह टाइम पास नाश्ते के रूप में भी मशहूर है.

विभिन्न रूपों में खाई जाने वाली यह दानेदार मूंगफली न केवल पौष्टिक तत्वों का खजाना है, बल्कि अपने गुणों की वजह से हमारे स्वास्थ्य के लिए हितकर भी है. यह प्रोटीन, कैलोरीज, विटामिन बी, ई, तथा के, मिनरल्स, कैल्शियम, नियासिन,जिंक का अच्छा स्त्रोत है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व कई बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा करने में सक्षम हैं.कुपोषण से लड़ने में मदद विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ जैसी संगठनों ने अपने अध्ययनों से यह साबित किया है कि मूंगफली में मौजूद पोषक तत्व कुपोषण के शिकार बच्चों को बचाने में मदद करते हैं.

* मुट्ठी भर मूंगफली दूध, घी और सूखे मेवों की आपूर्ति करती है.

*100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होती है. इसमें प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है, जबकि मांस, मछली और अंडों में यह 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होती.

* मूंगफली के 250 ग्राम मक्खन से 300 ग्राम पनीर, 2 लीटर दूध या फिर 15 अंडों के बराबर ऊर्जा आसानी से मिल सकती है. यही नहीं, *250 ग्राम भुनी मूंगफली में जितने खनिज और विटामिन मिलते हैं, उतने 250 ग्राम मांस में भी प्राप्त नहीं होते.

सेवन में सावधानियां

मूंगफली को पूरी तरह चबा कर खाना चाहिए, क्योंकि इसे पचाने में दिक्कत होती है. इससे पेट दर्द या एसिडिटी की शिकायत हो सकती है.

* अस्थमा, पीलिया या पेट में गैस बनने की शिकायत होने वाले व्यक्तियों को मूंगफली के सेवन से बचना चाहिए.

* इसके अलावा मूंगफली के सेवन से होंठ, गले और सीने में जलन हो या सांस लेने में दिक्कत हो-ऐसे व्यक्तियों को भी मूंगफली नहीं खानी चाहिए.

* मूंगफली पोषक तत्वों से भरपूर है, फिर भी एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना 50-80 ग्राम से ज्यादा मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए, अन्यथा आप मोटापे जैसी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं.

* सौंदर्य बढ़ाए मूंगफली के निरंतर उपयोग से त्वचा को पोषण मिलता है और त्वचा मुलायम होती है.

* सर्दियों में त्वचा में सूखापन आने पर थोड़े-से मूंगफली के तेल में दूध और गुलाबजल मिलाकर मालिश करके स्नान करने से आराम मिलता है.

* होंठ फटने पर चौथाई चम्मच मूंगफली का तेल लेकर अंगुली से हथेली पर रगड़ें. इस तेल से होठों की मालिश करने से लाभ मिलता है.

* मूंगफली के तेल में नींबू का रस मिलाकर पिंपल्स पर लगाने से आराम मिलता है.

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