( जसवीर सिंह हंस ) जिला प्रशासन द्वारा भारत सरकार की संस्था लोक मामले केद्र (पब्लिक अफेयरज सैंटर ) बैंगलोर के माध्यम से करवाए गए सर्वेक्षण के अनुसार सिरमौर जिला पर्यावरण और स्वास्थ्य के सूचकांक में प्रदेश में अग्रणी पाए गए है जबकि पेयजल और सड़कों की स्थिति सुधारने की बहुत आवश्यकता है ।यह जानकारी देते हुए उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर जिला के विकास कार्यों का मूल्याकंन देश की प्रतिष्ठित संस्था लोक मामले केद्र (पब्लिक अफेयरज सैंटर ) बैंगलोर से करवाया गया ताकि जिला में विकास के क्षेत्र में जिन मदों में जो कमी रह गई है उन पर विशेष ध्यान देकर पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा ।
उन्होने कहा कि जिला प्रशासन और अपने स्तर पर कमियों का आकलंन करवाकर उन्हें दूर करने के लिए प्रभावी पग उठाए जाना अपने आप में एक अनूठी पहल है ।उन्होने बताया कि प्रारंभिक तौर पर उदिता दत्ता कार्यक्रम अधिकारी एवं उनकी टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार जिला में मातृृ-शिशु मृत्यु दर काफी कम है और दहेज उत्पीड़न के कारण महिलाओं की मृृत्यु दर शून्य बताई गई है । इसके अतिरिक्त संस्थागत प्रसूति की दर जिला में काफी बेहतर है । उन्होने बताया कि जिला में दिव्यागों को सौ फीसदी स्कूलों में दाखिला और शिक्षा प्रदान करने में जिला अग्रणी स्थिति में है । उन्होने बताया कि सर्वे के अनुसार जिला में स्वास्थ्य सेवाऐं काफी बेहतर बताई गई है ।
उपायुक्त ने बताया कि सर्वे के अनुसार पेयजल की स्थिति को सुधारने की आवश्यकता बताई गई है जिसके लिए प्रदेश सरकार के साथ प्रभावी ढंग से इस मामले को उठाकर पेयजल प्रबंधन को बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएगें ताकि जिला में सभी लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके । उन्होने कहा कि सड़कों की स्थिति में भी सुधार लाने की आवश्यकता है जिसके लिए मामला प्रदेश सरकार के साथ उठाया जाएगा ।इस अवसर पर सहायक आयुक्त एसएस राठौर और कार्यक्रम अधिकारी पब्लिक अफेयरज सैंटर बैंगलोर सुश्री उदिता दत्ता व उनकी टीम के सदस्य उपस्थित थे ।