उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में कृषि विभाग के पास बीज का आलू महज 6 घंटे में ही खत्म होने से बीज से वंचित अन्य किसानों में मायूसी है। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ संगड़ाह के स्टोर मे आलू के बीज के लिए पहुंचे किसानों ने बताया कि, विभाग द्वारा स्पलाई कम बताई गई तथा उन्हें केवल दो बैग अथवा एक-एक ही क्विंटल आलू दिया गया। किसानों के अनुसार एक बीघा जमीन के लिए कम से कम 2 क्विंटल बीज की जरूरत पड़ती है, जबकि विभाग द्वारा मात्र एक-एक क्विंटल बीज दिया गया।
दो दिन पहले क्षेत्र में हुई पर्याप्त बारिश व हिमपात के चलते अभी आलू लगाने के लिए मौसम अनुकूल है तथा दोबारा बीज आने में एक से दो सप्ताह का समय लग सकता है। विभाग के अनुसार शनिवार को संगड़ाह में सौ क्विंटल आलू की बिक्री से पहले शुक्रवार को साथ लगती अंधेरी पंचायत में भी आलू वितरित किया गया तथा वहां भी बीज समाप्त हो चुका है। कृषि विकास खंड संगड़ाह के लिए कुल तीन सौ क्विंटल बीज का आलू मिला था तथा शेष एक क्विंटल नौहराधार में वितरित किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में करीब 600 क्विंटल आलू के बीज की जरूरत अथवा मांग है। कृषि विभाग द्वारा सामान्य वर्ग को आलू जहां तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से दिया जा रहा है, वहीं अनुसूचित जाति के लिए अनुदान पर 2800 रूपए क्विंटल दिया गया है। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ संगड़ाह अनुप कतना ने बताया कि, शनिवार को उपलब्ध सौ क्विंटल आलू का बीज करीब 4 बजे तक समाप्त हो गया था। उन्होंने कहा कि, एक साथ ज्यादा किसानों के आने से कुफरी ज्योति नामक उन्नत किस्म का बीज समाप्त हो गया। विभाग को दोबारा बीज आलू भेजने की डिमांड भेजी जा चुकी है।