हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य निदेशक ने पावटा सिविल अस्पताल का औचक निरिक्षण किया। उन्होंने सुविधाओं को जांचा और अस्पताल न्युक्त स्टाफ के साथ बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य निदेशक ने अस्पताल में समस्याओं और नई योजनाओं के बारे में विचार विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पावटा साहिब अस्प्ताल में प्रस्तावित ट्रॉमा सेंटर और डायलिसिस सेंटर जल्द शुरु करने का प्रयास किया जा रहा है।
करोड़ों रूपए की लागत से बने पौंटा साहिब अस्प्ताल में हालांकि अधिकतर सुविधाएं उपलब्ध है लेकिन बावजूद इसके यहां कुछ मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते मरीजों और तीमारदारों को परेशान होना पड़ रहा है। अस्पताल में रेडियो लॉजिस्ट ना होने की वजह से मरीजो को सर्वाधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।अल्ट्रासाउंड करवाने में मरीजो को परेशानी आ रही है खासकर गर्भवती महिलायों को | स्वस्थ निदेशक में इस समस्या के बारे में बैठक में चर्चा की और आश्वासन दिया कि इस समस्या का जल्द निराकरण किया। जाएगा उन्होंने कहा कि अस्प्ताल में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए जल कदम उठाए जाएंगे।
यहां स्वास्थ्य निदेशक ने यह भी बताया कि यहां डायलसिस सेंटर भी स्थापित किया जाना है। इस संदर्भ में भी कार्य प्रगति पर है। उन्होंने उम्मीद जताई पावटा अस्प्ताल की सभी समस्याओं का जल्द निराकरण को पाएगा।इस अवसर पर एसएमओ संजीव सहगल डॉक्टर कमाल पाशा डॉ राजीव चौहान डॉ नवनीत कोहली डॉक्टर सुधीर गुप्ता डॉक्टर एबी राघव , डॉ मनीषा कश्यप डॉक्टर रिचा उपाध्याय व हॉस्पिटल के स्टाफ के लोग मौजूद थे |