( जसवीर सिंह हंस ) गत दिनों मिश्र वाला में एक युवती की मौत में एक नई बात सामने आई है दरअसल पढ़ने लिखने में तेज युवती की मौत करंट लगने से नहीं बल्कि आत्महत्या करने से हुई है इस दौरान गौरतलब है कि युवती ने बाथरूम के नल के से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की थी इस दौरान नल का टूट गया वह युवती को पानी गर्म करने वाली रोड से करंट भी लग गया इस दौरान युवती के हाथ पर भी जलने का निशान सामने आया था
रविवार को सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी डीएसपी हेडक्वार्टर बबीता राणा ने मौके का दौरा किया था सोमवार सुबह फॉरेंसिक निदेशक अरुण शर्मा ने घटनास्थल का जायजा लिया इसके बाद मौत की असली वजह सामने आई युवती द्वारा फांसी लगाई जाने है जांच में पुलिस को पता चला कि युवती ने प्लस टू की पढ़ाई मेडिकल से की थी तथा उसके ऐसी प्रतिशत अंक आए थे क्योंकि नर्सिंग में दाखिला लेना चाहती थी लेकिन ट्रैक्टर चलाकर घर का गुजारा करने वाला गरीब पिता उसकी पढ़ाई का खर्च उठाने की स्थिति में नहीं था
वहीं रितिका मोमिना की एक सहेली का दाखिला नर्सिंग में हो गया इसके बाद डिप्रेशन में आ गई थी इस मामले में पुलिस और घूम रही थी लेकिन आज फॉरेंसिक एक्सपर्ट की जांच के बाद यह बात साफ हो गया कि ना तो कोई कारण था खुद ही फांसी लगाई थी गौरतलब है कि युवती को उसके परिजन जब उसको पांवटा साहिब सिविल हॉस्पिटल आए थे तथा पुलिस द्वारा पांवटा साहिब के डॉक्टरों द्वारा उसका पोस्टमार्टम कराए जाने की बात कही गई थी तो डॉक्टर पाशा द्वारा उसके गले पर निशान होने पर शक जाहिर किया था तथा फॉरेंसिक द्वारा इसकी जांच करवाई जाने की बात कही थी इसके बाद शव का पोस्टमार्टम नाहन मेडिकल कॉलेज में करवाया गया था
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि युवती ने सरकार को आर्थिक मदद के लिए गुहार भी लगाई थी तथा उसके घर से नर्सिंग स्कूलों की एक लिस्ट भी बरामद हुई है जहां वह दाखिला लेने की वहीं इस सारे मामले से सरकार के ऊपर भी निशानियां सवाल खड़े हो गए हैं कि अच्छे कॉलेज में दाखिला लेने के कारण एक गरीब युवती ने मौत को गले लगा लिया मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी हेडक्वार्टर बताया कि घर से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है वही मामले में पुलिस जांच कर रही है