उपायुक्त सिरमौर ने कहा है कि सिरमौर जिला की होनहार बेटियों की उपलब्धियों पर नाहन में एक संग्रहालय स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है ताकि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का संदेष आमजन तक पहंूच सके और उनकी उपब्धियों से अन्य बेटियों का आगे आने की प्रेरणा मिल सके । इसके अतिरिक्त नाहन के समीप कालाअंब और पांवटा में कामकाजी महिलाओं के लिए होस्टल निर्मित किया जा रहे है जिसमें कालाअंब में भूमि का चयन कर लिया गया है जबकि पांवटा में निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है । उन्होने कहा कि इन होस्टलों के खुलने से कामकाजी महिलाओं को रहने के लिए उचित सुरक्षित आवास सुविधा उपलब्ध होगी ।
उपायुक्त सिरमौर आज यहां बचत भवन में राश्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के उपलक्ष्य पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे । उन्होने इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाली 20 मेधावी छात्राओं तथा 27 स्कूलों , जिनमें शत-प्रतिशत बालिकाओं का पंजीकरण हुआ है , को सम्मानित किया गया ।
उन्होने जानकारी दी कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के फलस्वरूप जिला में कन्या लिंगानुपात में आशातीत बढोतरी दर्ज हुई है । उन्होने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सिरमौर जिला का महिला लिंगानुपात 918 था जबकि कन्या लिंगानुपात 931 था जोकि बढ़कर 957 हो गया है ।
उपायुक्त ने कहा कि यह गौरव का विषय है कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बेटियां हर क्षेत्र में पुरूषों से आगे बढ़ रही है और असंख्य महिलाऐं देश व प्रदेश के उच्च पदों पर आसीन होकर राष्ट्र व समाज की सेवा में अहम भूमिका निभा रही है । उन्होने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि रूढ़िवादिता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बेटा-बेटी का समान रूप से नहीं देखा जाता है । उन्होने कहा कि लोगों को बेटी के महत्व बारे जागरूक करना होगा तभी समाज में समानता का असली रूप देखने को मिलेगा । उन्होने कहा कि पुरूषों की अपेक्षा महिलाऐं हर कार्य को बड़ी शिदद्त के साथ करती है और अपना सारा जीवन समाज में सामंजस्य बिठाने तथा परस्वार्थ में ही व्यतीत करती है ।
उन्होने कहा कि जिला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया जा रहा है और बेटी के जन्म पर उनके अभिभावकों को संबधित क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा स्थानीय प्रधान घर जाकर बेटी को उपहार, बधाई-पत्र और एक पौधा भी प्रदान किया जाता है ताकि बेटी बचाओ का संदेश जन जन तक पहूंच सके ।
उपायुक्त ने कहा कि जनमंच कार्यक्रम में भी संबधित क्षेत्र की नवजात बेटियों के अभिभावकों को सम्मानित करने के अतिरिक्त निर्धन परिवारों की बेटियों को दस-दस हजार की राशि प्रदान की जाती है ।इससे पहले उपायुक्त द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम पर तैयार किए गए कलैंडर का भी विमोचन किया गया । उन्होने इस अवसर पर समारोह में उपस्थित लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शपथ भी दिलाई ।
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस मदन चौहान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह के दौरान जिला में किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों बारे विस्तार से जानकारी दी ।इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 निसार अहमद ने पीएनडीटी और पुलिस उप अधीक्षक प्रतिभा चौहान ने पोस्को एकट बारे महिलाओं को जानकारी दी जबकि जिला बाल संरक्षण इकाई नाहन के प्रतिनिधि मोहम्मद शमीम ने बाल सरंक्षण अधिनियमों बारे जानकारी दी ।इस अवसर पर बाल कन्याण समिति की अध्यक्षा विजय श्री गौतम, उप निदेशक उच्च उमेश बहुगुणा और उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विपिन कुमार सहित जिला में कार्यरत सभी सीडीपीओ और पर्यवेक्षक सहित विभिन्न स्कूलों के बच्चो और अध्यापकों ने भाग लिया ।