(जसवीर सिंह हंस) जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की इंडियन टेक्नोमेक कंपनी के 6 हजार करोड़ के घोटाले में सीआईडी की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी रजत गर्ग पुत्र राम कुमार गर्ग इंडियन टेक्नोमेक कंपनी में असिस्टेंट अकाउडेंट के पद तैनात था। जो कपंनी में फर्जी बिल बनाने का काम करता था। उसके बाद कंपनी के अन्य पदाधिकारी इन फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करते थे। फिर फर्जी वाडे को अंजाम दिया जाता था।
सीआईडी की टीम ने रजत गर्ग निवासी मोहल्ला धरमपुरा-शामली जिला शामली उत्तर प्रदेश को मंगलवार सायं को पांवटा साहिब से गिरफ्तार किया। रजत गर्ग को सीआईडी की टीम ने पुछताछ के लिए बुलाया था। इसी दौरान इसकी लिखावट के नमूने भी लिये गये। फर्जी में लिखावट मिलने के बाद रजत को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसको की बुधवार को पांवटा साहिब की अदालत में पेश किया गया। जहां से आरोपी को दो दिन का पुलिस रिमांड दिया है।
वहीं दिल्ली के दोनों सीए शैलेंद्र नाथ व अरन आहूजा को जिला एवं सत्र न्यायाधीश नाहन की अदालत में पेश किया गया। जहां पर उनकी जमानत याचिका लगी हुई थी। जिसे की अदालत ने नामंजूर करते हुए, 2 दिनों के लिए उनकी न्यायिक हिरासत ओर बढ़ा दी है। अब इन दोनों की जमानत याचिका 15 फरवरी को लगाई जाएगी। सीआईडी की टीम द्वारा मामले में छानबीन करते हुए अब तक 14 लोगों की गिरफ्तारियां की जा चुकी है। वहीं कुछ अन्य गिरफ्तारयों के लिए सीआईडी की टीमें देश के दूसरे राज्यों में दबिश दे रही है। सीआईडी के पुलिस अधीक्षक क्राइम संदीप धवल ने कंपनी में असिस्टेंट अकाउडेंट रजत गर्ग की गिरफ्तारी व पुलिस रिमांड की पुष्टि की है।