हिमाचल प्रदेश बीजेपी के शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद वीरेंद्र कश्यप चुनावी बेला में आख़िरकार लोगों की बीच दिखने लगे हैं। इसी कड़ी में वे सिरमौर के शिलाई पहुंचे, लेकिन भावुक होकर वे अपने मन की बात कर ही गए। सांसद ने अपने मन की बात में प्रदेश ही नहीं केंद्र सरकार और बाकी राज्यों की सरकारों को भी कटघरे में खड़ा किया। वहीं महिलाओं के खिलाफ़ मंच से वे कुछ ज्यादा ही भावुक होते दिखाई पड़े और उनका लहज़ा कुछ आपत्तिजनक जान पड़ा।
मंच से उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में अभी भी इतनी गरीबी है कि महिलाओं के पास अपना तन ढकने के लिए भी कपड़े नहीं है। मजबूरन उन्हें नग्न अवस्था में रहना पड़ता है। वाक्या सांझा करते हुए सांसद ने बताया कि हालात इतने गंभीर है कि घर में अगर तीन महिलाएं हैं तो उनमें से दो नग्न अवस्था में रहती हैं क्योंकि सिर्फ एक महिला के तन को ढकने के लिए ही कपड़ा उपलब्ध हो पाता है। ऐसे में राष्ट्रव्यापी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के असल मायने और अभियान की हकीकत क्या है। यह सांसद साहब खुद ही जनसभा को संबोधित करते हुए कहा।
भावुक होते हुए शिमला के सांसद ने बताया कि आज भी हिंदुस्तान की 22 करोड़ आबादी रोज भूखे पेट रहने को मजबूर है। गरीबी इतनी चरम पर है कि लोग अपने लिए दो वक्त के खाने तक की व्यवस्था करने में भी असमर्थ हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देशभर में चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनसभा में उपस्थित लोगों को जानकारी दी और लाभ प्राप्त कर चुके लोगों के अनुभवों के बारे में भी बताया।