प्रदेश सरकार भले ही विकास के तमाम दावे करें लेकिन सिरमौर जिले में आज भी ऐसे गांव हैं जो सड़क और बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से जूझ रहे हैं. शाम होते ही जहां इन ग्रामीणों की जिंदगी में अंधेरा छा जाता है. वही गांव तक कोई भी सड़क ना होने से भी ग्रामीण खासे परेशान हैं.सिरमौर जिले के शिलाई के टिटियाना पंचायत के आढुधार गांव के लोग बिजली सड़क के लिए आज भी तरस रहे है गांवों में आजादी के 70 साल बाद भी ना तो आज तक बिजली पहुंच पाई है और ना ही ग्रामीणों को सड़क नसीब हुई है.आलम यह है कि शाम होते ही यहां की ग्रामीण जंगली जीवन जीने को मजबूर हो जाते हैं
बिजली और उससे जुड़ी हुई तमाम सुख सुविधाएं जैसे इनके लिए एक सपना हैं.डिजिटल इंडिया और शाइनिंग इंडिया के जमाने में आढुधार गांव आज भी कई दशक पीछे दिखाई देते हैं.यहां के बच्चों की पढ़ाई लगभग चौपट है क्योंकि इन गांव में लोगों को केरोसिन भी नहीं मिलता है. इसके चलते बच्चे शाम होने के बाद अपनी पढ़ाई नहीं कर पाते हैं यहां के ग्रामीणों की माने तो कोई भी उनकी सुनने वाला नहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर हर किसी को वह अपनी बेबसी बयां कर चुके हैं लेकिन सरकारी विकास के सिस्टम की गाड़ी अभी तक इन गांवों तक नहीं पहुंची है. सड़कों की बात करें तो इन दोनों गांवों तक कोई भी सड़क नहीं है. कच्ची मिट्टी की रोड जो बारिश के समय इन ग्रामीणों को कहीं भी आने जाने से अवरुद्ध कर देते हैं क्योंकि कीचड़ के चलते ना तो यहां से कोई बाहर निकल पाता है ना ही यहां आ पाता है.ऐसे में अगर कोई बीमार हो जाता है तो बस उसे कंधे पर लादकर या चारपाई में रखकर ही अस्पताल तक पहुंचाया जा सकता है.
क्यों प्रदेश सरकार हमारे गांव के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है एक और विकास के बड़े बड़े दावे कर रहे हैं की किसानों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी यह बातें केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार बार-बार कह रही है पर अगर हमारे यहां क्षेत्र की बात की जाए तो प्रदेश सरकार के सारे दावे फेल नजर आ रहे हैं आज भी किसान अंधेरे में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं स्कूली बच्चे को कई प्रकार की समस्या हो रही है
महिलाओं ने बताया कि नेता और प्रधान बस वोट मांग कर दोबारा यहां पर शक्ल नहीं दिखाते महिलाओं को घरेलू कार्य करने में बहुत समस्या हो रही है दीये की रोशनी में घरेलू कार्य करने पड़ रहे हैं सबसे ज्यादा चिंता बच्चों के सता रही है कि जो सुबह जंगल के रास्ते पैदल स्कूल जाते हैं और शाम को जब घर वापस लौटते हैं तो जंगल में तेंदुए का भी डर बना रहता है तो महिलाओं ने सड़क वह बच्चों की सुरक्षा की भी सरकार से जोरदार गुहार लगाई है कि इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए ताकि हमारे बच्चे सुरक्षित रह सके
खाद्य आपूर्ति निगम मुख्यमंत्री व पूर्व में रहे विधायक शीलाई बलदेव तोमर ने बताया कि गांव के लोगों को बिजली पहुंचाने के डीपीआरओ व रोड बनाने का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा हमारी प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कार्य कर रही है जिन गांवों में बिजली पानी व सडके उपलब्ध नहीं थी वहां पर यह सारी सुविधाएं पहुंचाई जा रही है और जल्द ही इसी गांव के लोगों को भी गंभीर समस्या हो रही है उसका समाधान भी जल्द करवाया जाएगा
बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया है कि गांव की समस्या पहले भी हमारे पास एक बार आ चुकी है और मैंने कनिष्ठ अभियंता को सख्त आदेश दे दिए हैं कि वह गांव में जाकर सर्वे करें अभी तक गांव में बिजली क्यों नहीं पहुंचेगा अधिशासी अभियंता दर्शन सिंह ने बताया कि गांव के किसानों को जल्दी बिजली पहुंचाने का प्रबंध किया जाएगा