जसवीर सिंह हंस ) ट्रेफिक नियमो की धज्जिया उड़ा रहे ट्रालो पर सवाल ये है कि ओवरलोड ट्राले शहर के बीचो बीच तेज गति से दोड़ रहे है | ये इतनी खतरनाक तरह से ड्राइविंग करते है कि दुसरो की जान आफत में आ जाती है | वही ये ट्राले जाम लगाने में के लिए भी पूरे जिम्मेवार है परिवहन विभाग व ट्रेफिक पुलिस तो कुम्भ्करनी नींद सोया पड़ा है सूत्रों के मुताबिक इन ट्राले कि एन्ट्री विभिन्न विभागों में भारी रिश्वत देकर एक से दस तारीख तक हो जाती है | व बाकि अन्य राज्यों के कुछ अमीर दलाल कारो में आते है व भारी रिश्वत देकर ट्राले शहर में निकलवाकर जाते है यदि बेरियल पर लगे CCTV का रिकॉर्ड देखा जाये तो सारा सच सामने आ जायेगा | WWW.KHABRONWALA.COM ने पहले भी इस बात का खुलासा किया था कि किस प्रकार ये सारा खेल खेला जा रहा है I ट्रेफिक पुलिस केवल दो पहिया चालको के चालान काटने में व्यस्त है |
परिवहन विभाग रिश्वत लेने में वयस्त है क्युकी गत दिवस हि स्टेट विजिलेंस में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कालाअम्ब बैरल पर तैनात एआरटीओ दीनू राम को ₹4500 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था नारायणगढ़ के कारोबारी ने एआरटीओ द्वारा उसे रिश्वत मांगे जाने की विजिलेंस टीम को की थी शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को शिकायत की थी कि एआरटीओ हर महीने 15 सो रुपए महीना मांग रहे थे | आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया गया जहा से उसको रिमांड पर भेज दिया गया है |
इस मामले में पुलिस विभाग ,परिवहन विभाग , आबकारी व कराधान विभाग सहित प्रशासन भी मौन है इस माफिया की पहुच बहुत है व विभागों में भी इनकी पकड़ बहुत है | पैसे के मामले में भी माफिया रोजाना करोडो रुपए का कारोबार कर रहा है | यदि सभी विभाग मिलकर इस काले कारोबार को रोकने की कोशिश करेंगे तभी इसपर लगाम लगाई जा सकती है |