( जसवीर सिंह हंस ) पांवटा साहिब के पूर्व एस एच ओ अशोक चौहान पर चोर को दो लाख लेकर छोड़ने के संगीन आरोप लगे थे एक कबाड़ी को चोरी के सामान तांबा और पीतल के साथ रंगे हाथो पकड़ा गया था ये चोरी इंडियन टेकनोमेक कम्पनी से हुई थी | व पुलिस स्टेशन तक बात पहुचने के बावजूद आरोपी को दो लाख रुपए लेकर छोड़ने की बात सामने आई थी सिरमौर पुलिस अधीक्षक सोम्या को शिकायत व पुख्ता सबूत मिलने के बावजूद उन्होंने कोई कारेवाही नहीं की कही इसके पीछे अपने ही विभाग के आरोपी पुलिस वालो को बचने की वजह तो नहीं थी व सूत्रों के दावो पर यकीन किया जाये तो चोरी का सामान भी मालखाने से बाहर ही कट्टो व बोरियो में भरकर रख लिया गया था व शायद कही पर बेचने के मकसद से छुपाया गया था |ऊस समय हिमाचल प्रदेश के डी.जी.पी.संजय कुमार तक शिकायत पहुची थी व उन्होंने अधिकारियो को इस विषय में जाँच के आदेश दिए थे | उस समय सी आई डी द्वारा इस मामले कि जाँच किये जाने कि बात भी आई थी | इस मामले का खुलासा खबरोंवाला ने किया था |
पूर्व एस पी रोहित मालपानी को इसकी जानकारी हों इसके बावजूद उन्होंने अशोक चौहान को दोबारा पांवटा साहिब का एस एच ओ लगा दिया | इसके बाद भी पांवटा साहिब के एस एच ओ अशोक चौहान पर दोबारा भर्ष्टाचार में लिप्त होने व अवैध पैसे इकठे करने व रिश्वत लेने के आरोप लगे थे परन्तु पी जी सेक्स रेकेट मामले में शिकायत मिलने व पूर्व एस एच ओ अशोक चौहान द्वारा ड्यूटी पर शराब पीने के आरोप लगने के बावजूद एस पी रोहित मालपानी उनको बचाते रहे | इस मामले में हिमाचल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश को एक शिकायत भेज मांग की गयी है की प्रदेश में न्याय व्यवस्था बनी रहे व भ्रष्टाचार मुक्त पुलिस व प्रशासन रहे | पावटा साहिब पूर्व एस एच ओ अशोक चौहान द्वारा चोर को दो लाख लेकर छोड़ने के मामले में दोषी अधिकारियो के खिलाफ कारेवाही की जाये |
एस एच ओ अशोक चौहान व ए एस आई बाला राम व सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी ने शिकायत वापिस लेने को लेकर को लेकर धमकिया भी दी थी | इसी का बदला लेने के लिए ही ए एस आई बाला राम एसएचओ ने शिकायतकर्ता के खिलाफ काफी साजिश की है तथा शिकायत वापिस लेने के लिए धमकिया भी है तथा झूठे केस में फ़साने की धमकी भी दे रहा था
ये शिकायत स्टेट सी आई डी व हिमाचल प्रदेश के डी जी पी सहित को भी की गयी थी जिसमे स्टेट सी आई डी द्वारा जाँच भी हुई व गवाहों जिनमे पुलिस कर्मचारी भी शामिल है के बयान भी दर्ज हुए है व आरोपियों के खिलाफ काफी सबूत भी मिले है पर सी आई डी भी कोई कारेवाही ना कर पुलिस अधिकारियो को बचाने में जुट गयी है | परन्तु सिरमौर के पूर्व पुलिस अधीक्षक व एस एच ओ अशोक चौहान व ए एस आई बाला राम ने शिकायत वापिस लेने के लिए शिकायतकर्ता को तंग कर व झूठे केस बना कर शिकायत वापिस लेने का दबाव बनाया इसकी शिकायत सी आई डी के अधिकारियो व हिमाचल प्रदेश के डी जी पी को भी की को भी की परन्तु कोई कारेवाही नहीं हुई वही एस एच ओ अशोक चौहान द्वारा मोबाइल लेकर उससे शिकायत वापिस लेने की ईमेल कर दी गयी | यहाँ तक की एस एच ओ अशोक चौहान पर भर्ष्टाचार का इतना बड़ा आरोप होने के बावजूद सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी ने साजिश के तहत उनको पांवटा साहिब में ही तेनात रखा |