पच्छाद विस के सराहां में 4 मई को मुख्यमंत्री की जनसभा में दलित महिला नेत्री के साथ धक्का-मुक्की व बदसलूकी के मामले में कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी को भाजपा अध्यक्ष ने नोटिस जारी किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस में बलदेव भंडारी से पुछा गया है कि मीडिया तथा सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि जिला परिषद सदस्य दयाल प्यारी एवं भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने जो आरोप लगाए हैं कि उनके साथ दुव्र्यवहार व जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित किया गया है। इस पर अपना पक्ष रखें। भाजपा अध्यक्ष ने बलदेव भंडारी को पक्ष रखने के लिए कारण बताओ नोटिस में 7 दिन का समय दिया गया है। साथ ही यह में पुछा गया है कि इन आरोपों के मद्देनजर क्यों ना आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए।
जिला परिषद सदस्य व भाजपा नेत्री दयाल प्यारी से कथित बदसलूकी और जातिसूचक शब्द कहने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। वीरवार को शिमला से नाहन पहुंचे तीन लोग दयाल प्यारी को न्याय दिलाने के पक्ष में डीसी आफिस पहुंचे और सांकेतिक धरने पर बैठ गए। सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार दलित के साथ पहुंचे सीपीआईएम के राज्य कमेटी सदस्य हरदेव शर्मा व अंबेडकर राइट पार्टी आफ इंडिया के सचिव सुरेंद्र सिंह ने सरकार से भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग की। सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार दलित ने कहा कि सीएम की मौजदूगी में दयाल प्यारी से की गई बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
दयाल प्यारी सरीखे कई महिलाओं से दुव्यर्वहार और उत्पीडऩ होता रहा है। दयाल प्यारी ने पार्टी में रहकर जो हिम्मत दिखाई है, वह सराहनीय है। जो आरोप दयाल प्यारी ने लगाए हैं। उसके मुताबिक सरकार भाजपा नेता पर कार्रवाई अमल में लाए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता पर एट्रोसिटी का मामला दर्ज किए जाने के साथ-साथ पुलिस उनकी जल्द गिरफ्तारी करे। यदि भाजपा नेता की गिरफ्तारी नहीं होती, तो अनिश्तिकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि इस मामले में उन पर शासन व प्रशासन का कोई दबाव नहीं चलने वाला है। गिरफ्तारी न होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। जल्द ही इस दिशा में सरकार उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए।