मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिमगिरी कल्याण आश्रम विवेकानंद छात्रावास के वार्षिक समारोह के अवसर पर कहा कि यह सभ्य समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह गरीब और कमज़ोर वर्गों की हर सम्भव सहायता करें, जिससे वे एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि गैर सरकारी संगठन और दूसरे सामाजिक संगठन, समाज के गरीब और कमज़ोर वर्गों के सामाजिक और आर्थिक स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमगिरी कल्याण आश्रम की स्थापना वर्ष 1985 में जिला सोलन के शिलाई में हुई थी। यह संस्था समाज के कमज़ोर वर्गों की भलाई के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि आश्रम द्वारा गरीबों की स्थिति सुधारने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि आश्रम द्वारा छात्रों की सुविधा के लिए सोलन, चम्बा, शिमला तथा रामपुर में चार छात्रावास चलाए जा रहे हैं और किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में बालिकाओं के लिए एक छात्रावास चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इन छात्रावासों में 100 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिमला के निकट क्वार गांव में एक नया छात्रावास और खेल केन्द्र बनाया जा रहा है, जिसकी आधारशिला उन्होंने पिछले वर्ष रखी थी।
उन्होंने कहा कि इस संस्था से दूसरे गैर सरकारी संगठनों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए, जिससे गरीबों एवं जरूरतमंदों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को और अधिक बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र बिना गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से प्रगति नहीं कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत वर्ष के दौरान मुख्यमंत्री राहत कोष से जरूरतमंद एवं निर्धन लोगों के ईलाज तथा अन्य आवश्यक जरूरतों के लिए लगभग 25 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि यह सब विभिन्न संगठनों तथा व्यक्तियों के परोपकारी प्रयासों के कारण ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार निर्धन तथा समाज के कमजोर वर्गों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान को सुनिश्चित बनाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों की सुविधा के लिए आश्रम को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी सदस्य इंद्रेश कुमार ने जाति तथा धर्म आदि के नाम पर समाज में भेदभाव पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि एक सुदृढ़ तथा जीवंत समाज के लिए हमें जातिवाद की संकीर्ण सोच से ऊपर उठना होगा। उन्होंने कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में एक विश्व महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व की छठी सबसे बड़ी आर्थिकी है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि आश्रम की स्थापना सोलन में पांच छात्रों के साथ वर्ष 1985 में हुई थी। उन्होंने कहा कि कल्याण आश्रम के छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि आश्रम के छात्रों को न केवल शैक्षणिक शिक्षा प्रदान की जाती है, बल्कि उनके व्यक्तित्व निर्माण तथा उनमें देश-भक्ति की भावना पैदा करने पर भी बल दिया जाता है। उन्होंने शिमला में छात्रावास भवन के निर्माण के लिए लोगों से उदारता से योगदान देने का आग्रह किया।
अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्रीय आयोजन सचिव भगवान सहाय शर्मा ने भी इस अवसर पर आश्रम की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। हिमगिरी कल्याण आश्रम के उपाध्यक्ष धर्मपाल महाजन ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्यों का स्वागत किया। इनफ्राप्रोजेक्ट लिमिटेड गुरुग्राम के प्रबंध निदेशक विनोद कुमार अग्रवाल ने शिमला में हिमगिरी कल्याण आश्रम के छात्रावास के भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये की घोषणा की।
एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल ने हिमगिरी कल्याण आश्रम को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने एसजेवीएनएल द्वारा छात्रावास के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की भी घोषणा की।इस अवसर पर नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, उप-महापौर राकेश शर्मा, आयोजन सचिव पवन राणा, हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त, हिमगिरी कल्याण आश्रम की अध्यक्षा इंदिरा गुप्ता सहित अन्य भी उपस्थित थे।