शहर में भगवान श्री जगन्नाथ की 11वीं रथयात्रा रविवार को धूमधाम के साथ निकली। भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ शहर के भ्रमण पर निकले। इस दौरान पूरा शहर जय श्री जगन्नाथ, जय श्रीकृष्ण और राधे-राधे के जय उद्घोष से गूंज उठा। इस दौरान पारंपरिक वाद्ययंत्र, बैंड पर भजनों की मनमोहक धुन के बीच भगवान श्री जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा पड़ा।
कई श्रद्धालुओं ने नंगे पांव रथ का रस्सा खींच कर पुण्य भी कमाया। रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा और बलभद्र का भव्य मिलन देख लोग भावभिभौर हो उठे। इससे पूर्व जगन्नाथ मंदिर में श्री विग्रहों की पूजा-अर्चना की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने भगवान की पालकी उठाई। यात्रा दिल्ली गेट, महिमा लाइब्रेरी व नया बाजार होते हुए चौगान मैदान पहुंची।
यहां भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र बारी-बारी विशाल रथ में विराजमान हुए। श्रीविग्रहों को रथ पर आरुढ़ करके 56 भोग अर्पित कर जगन्नाथ जी की आरती हुई। करीब 12 बजे चौगान मैदान से भव्य रथयात्रा का आगाज हुआ। जयकारे लगाते हुए रथयात्रा चौगान मैदान से माल रोड़, गुन्नूघाट, पक्का तालाब व कच्चा तालाब होते हुए देर शाम रघुनाथ मंदिर पहुंची।