मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज चंबा के सप्ताह भर चलने वाले प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले का धूमधाम, भव्यता और धार्मिक उत्साह के साथ समापन किया। उन्होंने अखण्ड चंडी महल से मंजरी गार्डन तक चलने वाले समापन समारोह के जुलूस का नेतृत्व करते हुए मिंजर (गोल्डन टैसेल) को रावी नदी में पारंपरिक ढंग से विसर्जित किया। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने देवताओं के रंगारंग मिंजर जुलूस का नेतृत्व किया। उन्होंने जलूस में शामिल नृत्य मंडली, पारंपरिक परिधानों से सुसज्जित स्थानीय लोगों, पर्यटकों, पुलिस और होमगार्ड बैंड व पारंपरिक ढोल नगाड़ां के साथ अखंड चंडी महल से मार्च किया और रावी नदी के तट पर मंजरी गार्डन पहुंचे। उन्होंने मिंजर को रावी नदी में विसर्जित किया।
जुलूस में मुख्यमंत्री के साथ शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी, प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, विधायक पवन नैय्यर, विक्रम जरयाल, जिया लाल कपूर और जवाहर ठाकुर, भाजपा जिलाध्यक्ष डी.एस. ठाकुर, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।इससे पहले, मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक चौगान में कुश्ती मुकाबलों का आनन्द लिया और विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व चंबा शहर के लिए 30.56 करोड़ रुपये की लागत के शिलान्यास और उद्घाटन किए, जिनमें राजकीय डिग्री कॉलेज चंबा में 8.71 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पीजी ब्लॉक का शिलान्यास, लगभग 14 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित चंबा शहर की ओबरी, मायका-बाग और सुल्तानपुर सीवरेज योजना का शिलान्यास तथा 4.25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुलिस लाइन परिसर चंबा में प्रशासनिक ब्लॉक का उद्घाटन किया। इस परिसर को अठारह महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया और 3.60 करोड़ रुपये की राशि खर्च करके चंबा शहर की पुरानी ग्रेविटी पाइपलाइन की रिपलेसमेंट का उद्घाटन शामिल हैं। इस योजना से चंबा शहर की लगभग 25,000 की आबादी लाभान्वित होगी और प्रति दिन 31 लाख लीटर पानी उपलब्ध किया जाएगा।