पूर्व केन्द्रीय मंत्री, हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने कहा कि हमारे देश में जनसंख्या की नियमित वृद्धि ने विकास के लाभों को बेअसर कर दिया है और अब जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाना आवश्यक हो गया है। शांता कुमार आज सोलन में ‘बढ़ती जनसंख्या घटते संसाधन’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे।
इस संगोष्ठी का आयोजन प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा जनसंख्या नियंत्रण जन जागरण मंच द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
शांता कुमार ने कहा कि आज बढ़ती जनसंख्या हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है। स्वतंत्रता के समय जहां भारत की जनसंख्या 34 करोड़ थी वहीं आज हमारी जनसंख्या लगभग 141 करोड़ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन हमारी जनसंख्या में 50 हजार की बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या की यह वृद्धि दर देश की अनेक समस्याओं का कारण है। हमें यदि आज भुखमरी सहित घटते संसाधन, प्रदूषण, पर्यावरण क्षरण एवं कम होती कृषि योग्य भूमि का सामना करना पड़ रहा है तो इसका कारण जनसंख्या की वृद्धि है। आज हम विश्व में गरीबी सूचकांक पर 103वें क्रमांक पर हैं जबकि कुछ वर्ष पहले हम 97वें क्रमांक पर थे। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी एवं कुपोषण के कारण मृत्युदर के मूल में जनसंख्या की बढ़ोत्तरी है। कुपोषण के कारण होने वाली मृत्यु का एक तिहाई भारत में है।
उन्होंने कहा कि भारत के सशक्त नेतृत्व की अगुवाई में आज हम आर्थिक क्षेत्र में तीव्र एवं सत्त विकास कर रहे हैं। आर्थिकी के मजबूत होने के उपरांत भी हमें बढ़ती जनसंख्या के कारण विभिन्न क्षेत्रांे में समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। भारत की प्रति व्यक्ति आर्थिकी 2 हजार डाॅलर है। जबकि अमेरिका की 55 हजार डाॅलर है। जनसंख्या की बढ़ोत्तरी के कारण ही वर्तमान में देश के 20 हजार करोड़ से अधिक लोग मात्र 5 हजार रुपये प्रतिमाह पर गुजारा कर रहे हैं उन्होंने कहा कि बढ़ते अपराध के मूल में भी जनसंख्या बढ़ोत्तरी के कारण उत्पन्न बेरोजगारी एवं गरीबी है। जनसंख्या की वृद्धि के कारण हमारे संसाधनों पर भी विपरित असर पड़ रहा है। देश में उपलब्ध लगभग 70 प्रतिशत जल पीने योग्य नहीं बचा है। पेयजल के मामले में हम 122 देशों में से 120वें स्थान पर है।
शांता कुमार ने सभी से आग्रह किया कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की तरह देश में जनसंख्या नियंत्रण का माहौल भी तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि जनसंख्या को नियंत्रित कर ही हम भारत की वास्तविक क्षमताओं को उभार पाएंगे।उन्होंने आशा जताई कि अपनी तरह की इस प्रथम संगोष्ठी से जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में बेहतर कार्य करने का अवसर मिलेगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केन्द्र तथा प्रदेश सरकार इस ज्वलंत समस्या को लेकर गंभीर है और यह प्रयास किया जा रहा है कि सर्वप्रथम लोगों को लड़का-लड़की की समानता एवं लिंगानुपात के विषय में जागरूक बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जनसंख्या वृद्धि के कारणों में से एक कारण लड़के की चाह भी है। उन्होंने कहा कि देश तथा प्रदेश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा रहा है। इनके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी जनसंख्या नियंत्रण के विषय में जमीनी स्तर पर लोगों को जागरूक बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में शत-प्रतिशत सफलता जन सहयोग पर ही निर्भर है। उन्होंने संगोष्ठी के आयोजन के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा जनसंख्या नियंत्रण जन जागरण मंच को बधाई दी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण आज न केवल समय की मांग है अपितु घटते संसाधनों एवं पृथ्वी पर बढ़ते दबाव के दृष्टिगत इसे अपनाया जाना आवश्यक भी है। उन्होंने इस सम सामायिक विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए शांता कुमार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शांता कुमार को स्वच्छ एवं ईमानदार राजनीति के पर्याय के रूप में जाना जाता है और ऐसे ओजस्वी वक्ता से देश की सबसे बड़ी समस्या को नियंत्रित करने के बारे में जानकारी प्राप्त करना सभी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने बढ़ती जनसंख्या के कारण उत्पन्न परिस्थितियों तथा भविष्य की चुनौतियों से रूबरू करवाने के लिए इस संगोष्ठी में शांता कुमार का आभार व्यक्त किया।
संगोष्ठी में जिला सोलन की आशा कार्यकर्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ की अध्यक्षता में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर एक संतान वाले सोलन जिला के 10 अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया। इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना के तहत रिया, भानू ठाकुर, मुस्कान तथा अर्चना को 12,500-12,500 की एफडी तथा वंशिका को 35 हजार रुपये की एफडी प्रदान की गई।जनसंख्या नियंत्रण जन जागरण मंच के स्वागत अध्यक्ष डाॅ. राजेश कश्यप ने सभी का स्वागत किया और संगोष्ठी के आयोजन के कारणों पर प्रकाश डाला। पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ सोफत ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर शांता कुमार की धर्मपत्नी संतोष शैलजा, दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक परमजीत सिंह पम्मी, पूर्व सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप, पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ सोफत, पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रश्मिधर सूद, बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, उपाध्यक्ष मीरा आनंद, पार्षगण, भाजपा प्रवक्ता एवं राज्य सुपरवाईजरी बोर्ड की सदस्य रितु सेठी, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष डाॅ. श्रीकांत शर्मा, भाजपा पंचायत चुनाव प्रकोष्ठ के प्रभारी एचएन कश्यप, व्यापार मंडल सोलन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, डाॅ. धर्म सिंह गुलेरिया, भाजपा के विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, सोलन के प्रख्यात समाजसेवी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी जनसंख्या नियंत्रण के विषय में जमीनी स्तर पर लोगों को जागरूक बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में शत-प्रतिशत सफलता जन सहयोग पर ही निर्भर है। उन्होंने संगोष्ठी के आयोजन के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा जनसंख्या नियंत्रण जन जागरण मंच को बधाई दी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण आज न केवल समय की मांग है अपितु घटते संसाधनों एवं पृथ्वी पर बढ़ते दबाव के दृष्टिगत इसे अपनाया जाना आवश्यक भी है। उन्होंने इस सम सामायिक विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए शांता कुमार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शांता कुमार को स्वच्छ एवं ईमानदार राजनीति के पर्याय के रूप में जाना जाता है और ऐसे ओजस्वी वक्ता से देश की सबसे बड़ी समस्या को नियंत्रित करने के बारे में जानकारी प्राप्त करना सभी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने बढ़ती जनसंख्या के कारण उत्पन्न परिस्थितियों तथा भविष्य की चुनौतियों से रूबरू करवाने के लिए इस संगोष्ठी में शांता कुमार का आभार व्यक्त किया।
संगोष्ठी में जिला सोलन की आशा कार्यकर्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ की अध्यक्षता में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर एक संतान वाले सोलन जिला के 10 अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया। इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना के तहत रिया, भानू ठाकुर, मुस्कान तथा अर्चना को 12,500-12,500 की एफडी तथा वंशिका को 35 हजार रुपये की एफडी प्रदान की गई।
जनसंख्या नियंत्रण जन जागरण मंच के स्वागत अध्यक्ष डाॅ. राजेश कश्यप ने सभी का स्वागत किया और संगोष्ठी के आयोजन के कारणों पर प्रकाश डाला। पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ सोफत ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर शांता कुमार की धर्मपत्नी संतोष शैलजा, दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक परमजीत सिंह पम्मी, पूर्व सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप, पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ सोफत, पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रश्मिधर सूद, बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, उपाध्यक्ष मीरा आनंद, पार्षगण, भाजपा प्रवक्ता एवं राज्य सुपरवाईजरी बोर्ड की सदस्य रितु सेठी, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष डाॅ. श्रीकांत शर्मा, भाजपा पंचायत चुनाव प्रकोष्ठ के प्रभारी एचएन कश्यप, व्यापार मंडल सोलन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, डाॅ. धर्म सिंह गुलेरिया, भाजपा के विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, सोलन के प्रख्यात समाजसेवी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।