( नीना गौतम ) सीटू के बैनर तले मिड डे मील यूनियन आनी ने अपनी मांगों को लेकर एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा। जिसमें वर्करों की मांग है कि 1800 रूपये से उनके घरों का चूल्हा चैका नहीं चलता है। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग उठाई है कि मिड डे मिल वर्करों का न्यूनतम वेतन 1800 हो और उन्हें मजदूर का दर्जा दिया जाए। साथ ही उन्होंने मांग की है कि उन्हें सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दें और योजना का निजीकरण बंद किया जाए। उन्होंने मांग पत्र में लिखा है कि वर्करों की छंटनी बंद करें, जो काम कर रहे हैं उन सभी कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र दें।
उन्हें सरकारी कर्मचारी की तरह छुट्टियां भी मिले और हर स्कूल में कमसेकम सरकार दो वर्कर रखे और साथ ही 25 बच्चों वाली शर्त हटाई जाए। इससे पूर्व उन्होंने सीटू नेता पदमप्रभाकर की अगुवाई में मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर नारेबाजी भी की। इस दौरान मिड डे मील आनी के उपाध्यक्ष चन्द्रा देवी, सचिव वीरसिंह, डोलासिंह, टिकम, सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। सीटू सचिव आनी पदम प्रभाकर का कहना है कि जब तक मिड डे मील वर्करों की मांगे सरकार पूरी नहीं करती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि विधायक एक दिन में सात हजार रूप्ये का दिन मिलता है जबकि वर्करों को एक महीने का दो हजार मिल रहा है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।