भारत सरकार द्वारा आज नई दिल्ली में आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश को देश भर में टी बी नियंत्रण कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. आर.के. बारिया ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री भारत सरकार डाॅ. हर्षवर्धन से प्राप्त किया। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के हिमाचल प्रदेश राज्य सलाहकार डाॅ. रविंद्र कुमार व जिला क्षय रोग अधिकारी काँगड़ा डाॅ. आर.के. सूद भी उपस्थित थे।
पिछले कुछ अरसे से हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग टी बी नियंत्रण के लिए भरसक प्रयास कर रहा है ताकि वर्ष 2021 तक इस बीमारी का उन्मूलन हो, इसी कड़ी में एक वर्ष पूर्व मुख्य्मंत्री जय राम ठाकुर ने मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना जनता को समर्पित की। इसी योजना के अंतर्गत जनवरी माह में टी बी मुक्त हिमाचल पखवाड़ा पूरे प्रदेश में सफतलापूर्वक चलाया गया। टी बी का तुरंत निदान करने के लिए अत्याधुनिक उपकरण सीबीनेट की पांच मशीनें स्थापित की गयी हैं। जन साधारण को टी बी रोग सम्बन्धी जानकारी देने हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार द्वारा टी बी मुक्त हिमाचल ऐप्प लांच की गयी है। टी बी के सम्पूर्ण खात्मे के लिए अन्य विभागों का जैसे कि आयुर्वेद, पंचायती राज, मेडिकल एजुकेशन, व जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है।
भारत सरकार द्वारा राज्यों को रैंकिंग के लिए 9 कड़े मानकों से परखा गया, जिनमें से प्रमुख हैं टी.बी. नोटिफिकेशन दर, उपचार सफलता दर, एच.आई.वी. जांच दर, दवा प्रतिरोधता जाँच दर, निक्षय पोषण योजना लाभार्थी आबंटन दर, आबन्टित धन उपयोग दर प्रमुख हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में 2018 में 16,648 नए मामले आये जिनमें से 500 मामले बिगड़ी टी बी के थे। इस वर्ष भी स्वास्थ्य विभाग तय लक्ष्य को पूरा करके सभी मरीजों को निशुल्क जाँच व दवा सुनिश्चित करवाएगा। टी बी रोग में सही समय पर जांच व दवा लेना इस बीमारी के उन्मूलन की एक महत्वपूर्ण रणनीति है।