(नीना गौतम ) एशिया के सबसे ऊंचे गांव कौमिक में एक दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा रविवार को किया गया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संरक्षक एवं कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय धर्म चंद चौधरी जीने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आर्थिक दृष्टि से गरीब पिछड़े कमजोर वर्ग अनुसूचित जातिए जनजाति महिलाएं, बच्चे, पत्नी, नाबालिक बच्चे या बूढ़े माता-पिता
जिनका कोई अपना भरण-पोषण का सहारा नहीं होता है। उनको भरण पोषण का खर्च
नहीं देते हैं। ऐसे लोगों को कानूनी अधिकारों से अवगत करवाने या जो अपने
विधिक अधिकारों का प्रयोग करने में असमर्थ होते हैं। ऐसे व्यक्तियों को
निशुल्क कानूनी सहायता कानूनी सलाह और कानूनी शिक्षा प्रदान करने के लिए
इस तरह के शिविरों का आयोजन किया जाता रहा है। निशुल्क कानूनी सहायता के
लिए पात्र व्यक्ति के लिए विधिक सेवा अधिनियम 1987 बना हैए जिसके तहत
अनुसूचित जाति जनजाति के सदस्य हो।
संविधान के अनुच्छेद 23 में मानव दुव्र्यवहार का शिकार हो या बेकार हो, महिला, बालक हो, मानसिक रोगी या विकलांग हो अनपेक्षित जैसे बहू विनाश जाति जनजाति अत्याचार एवं प्रौद्योगिकी शिकार हो, किशोर मनोचिकित्सा परिचर्या अभिरक्षा में रखे
व्यक्तियों हो, ऐसे व्यक्ति जिनकी वार्षिक आय 300000 से कम हो से पीडि़त
व्यक्ति आदि विधिक सेवाएं लेने के लिए पत्र माने जाते हैं। इसके अलावा
मुफ्त कानूनी सहायता के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सरकार
सरकारी खर्च पर वकील उपलब्ध करवाया जाता है। पात्र व्यक्ति को वकीलों के
पैनल से वकील चुनने का अधिकार मिलता है। न्याय शुल्क होता है टाइपिंग और
याचिका तथा अन्य दस्तावेजों को तैयार करने का खर्च जाता है। गवाहों को
बुलाने का खर्च मुकदमों से संबंधित अन्य खर्च मुफ्त कानूनी सेवा में किसी
मुकदमे कानूनी सलाह प्राप्त करना आदि सुविधाएं मिलती हैं।
हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण उन सभी योजनाओं को लागू करने के लिए वचनबद्ध है जिसके द्वारा उन लोगों को समय पर प्रभावी ढंग से कानूनी सहायता प्रदान
की जा सके जोश में इसका लाभ उठाने की स्थिति में ना हो। ग्राम पंचायत
लांगचा के तहत कॉमिक हिक्किम डेमुल आदि के लोग मौजूद रहे। इसके साथ ही
राजकीय प्राथमिक पाठशाला कम कि छात्र.छात्राएं मौजूद रही। इस दौरान
महामहिम साक्य ट्रिजिन्न रिनपोचे का जन्म दिवस भी कॉमिक गोम्पा में मनाया
गया शिविर में 200 के करीब स्थानीय लोग मौजूद रहे। इस के साथ ही रजिस्टार
जनरल हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय विरेंद्र सिंह, जिला एवं सत्र
न्यायाधीश कुल्लू सुरेंद्र वैद्य, चीफ , डिशनल ऑफिसर राज्य विधिक सेवा
आयोग गौरव महाजन, सचिव जिला विधिक सेवा आयोग के निखिल अग्रवाल, एडीएम
ज्ञान सागर नेगी, बीडीओ नियोन शर्मा, एसडीएम जीवन सिंह नेगी, उपमंडल
पुलिस अधीक्षक काजा सुशांत शर्मा, प्रधान उपप्रधान, के लोग शिविर में
मौजूद रहे।