( जसवीर सिंह हंस ) पिछले वर्ष हुए यमुना शरद महोत्सव से पहले एस डी एम् लायक राम वर्मा व अधिकारी रण सिंह ने पत्रकारों को भी नहीं बख्शा तथा पहले अपने दफ्तर बुलाकर पांच ₹5000 के विज्ञापन लगाने के लिए बोला गया तथा बाद में बिल देने पर पैसे ना होने का बहाना बनाकर पत्रकारों को टरकाते रहे गोरतलब है कि एस डी एम् ऑफिस में इसी अधिकारी के खिलाफ विजिलेंस भी आय से अधिक सम्पति की जाँच कर रहा है परन्तु विभाग ऐसे अधिकारियो पर विभाग भी कोई कारेवाही नहीं कर रहा है | वही सूत्रों का कहना है कि कुछ चमचे किस्म के लोगों को इधर उधर से सेटिंग कर पेमेंट दिलवा दी गई है |
आरटीआई मांगे जाने पर यमुना शरद महोत्सव का कोई भी हिसाब एसडीएम कार्यालय द्वारा नहीं दिया जाता बताया जाता है यमुना शरद उत्सव के नाम पर लाखों रुपए की अवैध वसूली की जाती है प्रशासन की गुंडागर्दी के तौर पर की जाने वाली वसूली उद्योग खनन माफिया से माफिया से से की जाती है पैसे ना देने पर कड़ी कार्रवाई की बात की जाती है वहीं कुछ ना कुछ अपने काम में कमी देखकर लोग भी प्रशासन के आगे नतमस्तक होकर घुटने टेक देते हैं बताया जा रहा है कि सभी विभागों को अवेध वसूली पर लगा दिया जाता है | लोगों की आवाज उठाकर बातें करने वाले पत्रकार ना जाने क्यों अपने मुंह पर ताला लगा कर बैठ गए हैं तथा अपने ही पैसे ना मांग कर खुद ही दब रहे हैं शायद पत्रकार भी इन भ्रष्ट प्रशासन के अधिकारियों के आगे झुक रहे हैं वही कुछ पत्रकार भी आवाज में आवाज तो उठाते हैं परंतु किसी कारण से चुप रह जाते हैं इस मामले में जब डीसी सिरमौर से एस डी एम् व उसके चेले द्वारा पत्रकारों के पैसे हडपने की की बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस विषय पर जांच करवाएंगे |