भुटान में हिमालय रिजन की छह विभूतियां केयर हिमालय अवार्ड से सम्मानित होगी। केयर हिमालय टीम हिमालयी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने बाली विभूतियों को है सम्मानित करती है। अरूणाचल,हिमाचल,भुटान
व दिल्ली की विभूतियों को शामिल किया है। शनिवार को केयर हिमालय के मुख्य सलाहकार एवं पूर्व निदेशक सुचना एवं जन संपर्क अधिकारी एमपी सूद ने वीडियो पत्रकार वार्ता में बताया कि हमें हर्ष की अनुभूति हो रही है कि वर्ष 2019 के लिए केयर हिमालय सम्मान के लिए चयन टीम द्वारा छह विभूतियों का चयन किया गया है। यह पुरस्कार भुटान में होने बाले आगामी समारोह में प्रदान किए जाएगें।
इस दौरान उनके साथ केयर हिमालय के सदस्य शिवानी ठाकुर,अनुराग प्रार्थी,सचिन कश्यप,विवेक शर्मा,खेम सिंह पराशर,सीता राम आदि मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सांगा छैरिंग अरूनाचल प्रदेश के युवा उद्यमी व समाज सेवक हैं। इन्होंने दिल्ली यूनिवस्टी से अपनी शिक्षा पूरी कर होलीडे सकाउट नाम से अपना उद्यम शुरु किया। इन्हें पर्यटन क्षेत्र में पिलर आफ इस्ट एंड बैस्ट हिमालय कहा जाता है। इन्हें अरूनाचल प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में एक्सपलोर आफ दी इयर घोषित किया था। इन्हें हिमालय क्षेत्र के पर्यटन विकास में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डा.एसएस सामंत शिमला में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
इन्होंने विभिन्न पदों पर कार्यरत रहते हुए हिमालय के पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधनों व अन्य पर कई शोध, अनुसंधान कर समाजोपयोगी कार्य किए हैं और कर रहें हैं। इनकी कई पुस्तकें लेख, पेपर आदि विभिन्न स्तरों पर प्रकाशित होते रहते हैं। इन्हें हिमालय क्षेत्र के विकास में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विक्रम शर्मा मनाली हिमाचल प्रदेश व दिल्ली में कार्यरत उद्यमी व समाज सेवक हैं। इन्होंने महाराजा कालेज जयपुर से अपनी स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण की है। यह दिल्ली के जाने माने समाज सेवक हैं। विक्रम शर्मा सीनियर सीटीजन एसोसिएशन कीर्ति नगर के महासचिव हैं इसके साथ इथोपियन एैंवैसी की इथोपियन कलर्चल सोसाईटी के सचिव भी हैं। इसके अतिरिक्त ये कई सामाजिक संस्थाओं में विभिन्न पदो पर रहें हैं।
इन्हें हिमालय क्षेत्र व अन्य विष्व पटल पर समाजिक कार्यों के लिए इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोरजी वांगचुक भूटान में कार्यरत हैं। इन्होंने विभिन्न पदों पर कार्यरत रहते हुए हिमालय के वन, पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण संवर्धन में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और कर रहें हैं। इनकी कई लेख, पेपर आदि विभिन्न स्तरों पर प्रकाशित होते रहते हैं। इन्हें हिमालय क्षेत्र के विकास में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लाहुल और स्पीति इको टूरिजम सोसायटी हिमालय के दूर दराज क्षेत्र लाहुल में कार्यरत संस्था है। यह संस्था सामाजिक,आर्थिक, संास्कृतिक व अन्य विभिन्न गतिविधियों में कार्यरत एंव प्रयासरत् संस्था है।
इनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न समाजोपयोगी उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्था को केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ओम प्रकाश ठाकुर वेस फायल उद्यम के संस्थापक हैं। ये हिमालय के दूर दराज क्षेत्र गंाव सजवाड़, बंजार, जिला कुल्लू के मूल निवासी हैं। हन्होंने संघर्शरत रहते हुए कठिनाई से अपपा जीवन यापन कर उद्यम स्थापित किया व वर्तमान में इन्होने अपने उद्यम में करीब 30 वेरोजगारों को रोजगार प्रदान किया है।इन्हें हिमालय क्षेत्र में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए युवा उद्यमी केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।भुटान में हिमालय रिजन की छह विभूतियां केयर हिमालय अवार्ड से सम्मानित होगी। केयर हिमालय टीम हिमालयी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने बाली विभूतियों को है सम्मानित करती है। अरूणाचल,हिमाचल,भुटान
व दिल्ली की विभूतियों को शामिल किया है। शनिवार को केयर हिमालय के मुख्य सलाहकार एवं पूर्व निदेशक सुचना एवं जन संपर्क अधिकारी एमपी सूद ने वीडियो पत्रकार वार्ता में बताया कि हमें हर्ष की अनुभूति हो रही है कि वर्ष 2019 के लिए केयर हिमालय सम्मान के लिए चयन टीम द्वारा छह विभूतियों का चयन किया गया है। यह पुरस्कार भुटान में होने बाले आगामी समारोह में प्रदान किए जाएगें।
इस दौरान उनके साथ केयर हिमालय के सदस्य शिवानी ठाकुर,अनुराग प्रार्थी,सचिन कश्यप,विवेक शर्मा,खेम सिंह पराशर,सीता राम आदि मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सांगा छैरिंग अरूनाचल प्रदेश के युवा उद्यमी व समाज सेवक हैं। इन्होंने दिल्ली यूनिवस्टी से अपनी शिक्षा पूरी कर होलीडे सकाउट नाम से अपना उद्यम शुरु किया। इन्हें पर्यटन क्षेत्र में पिलर आफ इस्ट एंड बैस्ट हिमालय कहा जाता है। इन्हें अरूनाचल प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में एक्सपलोर आफ दी इयर घोषित किया था। इन्हें हिमालय क्षेत्र के पर्यटन विकास में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डा.एसएस सामंत शिमला में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
इन्होंने विभिन्न पदों पर कार्यरत रहते हुए हिमालय के पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधनों व अन्य पर कई शोध, अनुसंधान कर समाजोपयोगी कार्य किए हैं और कर रहें हैं। इनकी कई पुस्तकें लेख, पेपर आदि विभिन्न स्तरों पर प्रकाशित होते रहते हैं। इन्हें हिमालय क्षेत्र के विकास में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विक्रम शर्मा मनाली हिमाचल प्रदेश व दिल्ली में कार्यरत उद्यमी व समाज सेवक हैं। इन्होंने महाराजा कालेज जयपुर से अपनी स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण की है। यह दिल्ली के जाने माने समाज सेवक हैं। विक्रम शर्मा सीनियर सीटीजन एसोसिएशन कीर्ति नगर के महासचिव हैं इसके साथ इथोपियन एैंवैसी की इथोपियन कलर्चल सोसाईटी के सचिव भी हैं। इसके अतिरिक्त ये कई सामाजिक संस्थाओं में विभिन्न पदो पर रहें हैं।
इन्हें हिमालय क्षेत्र व अन्य विष्व पटल पर समाजिक कार्यों के लिए इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोरजी वांगचुक भूटान में कार्यरत हैं। इन्होंने विभिन्न पदों पर कार्यरत रहते हुए हिमालय के वन, पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण संवर्धन में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और कर रहें हैं। इनकी कई लेख, पेपर आदि विभिन्न स्तरों पर प्रकाशित होते रहते हैं। इन्हें हिमालय क्षेत्र के विकास में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लाहुल और स्पीति इको टूरिजम सोसायटी हिमालय के दूर दराज क्षेत्र लाहुल में कार्यरत संस्था है। यह संस्था सामाजिक,आर्थिक, संास्कृतिक व अन्य विभिन्न गतिविधियों में कार्यरत एंव प्रयासरत् संस्था है।
इनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न समाजोपयोगी उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्था को केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ओम प्रकाश ठाकुर वेस फायल उद्यम के संस्थापक हैं। ये हिमालय के दूर दराज क्षेत्र गंाव सजवाड़, बंजार, जिला कुल्लू के मूल निवासी हैं। हन्होंने संघर्शरत रहते हुए कठिनाई से अपपा जीवन यापन कर उद्यम स्थापित किया व वर्तमान में इन्होने अपने उद्यम में करीब 30 वेरोजगारों को रोजगार प्रदान किया है।इन्हें हिमालय क्षेत्र में इनके उल्लेखनीय योगदान के लिए युवा उद्यमी केयर हिमालय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।