इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुकाजी मेले के दौरान स्थापित होने वाली प्रदर्शनी में उन प्रदर्शनी पर फोकस रहेगा जो इंटरएक्टिव होंगी। प्रदर्शनों की रूपरेखा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त डा0 आरके परुथी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदर्शनों की स्थापना का मुख्य लक्ष्य इंटरएक्टिव रहना चाहिए ताकि लोगों की ना केवल उसमें सहभागिता रहे बल्कि उन्हें उपयोगी जानकारी भी मौके पर ही मिल सके।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में केंद्र और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं पर आधारित स्टालों के अलावा जल शक्ति अभियान, पौधा रोपण, फिट इंडिया मूवमेंट और पालिथीन हटाओ जैसे विषयों पर आधारित प्रदर्शनी भी शामिल रहेंगी। उन्हांेने यह भी कहा कि विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे उपयोगी पेड़ पौधों की संरक्षण, रूफटाप वाटर हार्वेस्टिंग के अलावा किसानों की आय को दोगुना करने की व्यवहारिक तौर तरीकों, सांप और मच्छरों को दूर रखने की क्षमता रखने वाले पौधों, नए और उपयोगी फल पौधों पर आधारित प्रदर्शनी की स्थापना करना संबंधित विभाग सुनिश्चित करेंगे।
उपायुक्त ने कहा कि प्राकृतिक खेती की उपयोगिता को स्वास्थ्य के लाभ की दृष्टि से प्रदर्शित किया जाना चाहिए ताकि प्राकृतिक खेती की ओर किसानों का रुझान बढ़ सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इस बात की भी जरूरत है कि कृषि और बागवानी विभाग द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों में आयुर्वेद विभाग का कन्वर्जेंस भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान किंकरी देवी अवार्ड को लेकर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि बताया कि पालिथीन हटाओ अभियान के तहत पंचायतों में कपड़े के थैलो को वितरित किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा मेले के समापन अवसर पर की जाएगी। एक विकासखंड से शुरू किए गए इस अभियान को चरणबद्व तरीके से जिले के अन्य विकास खंडों में भी ले जाया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर पॉलीथीन और पलास्टिक की खाली बोतलों से पॉलीब्रिक तैयार करने के लिए उपयोग में लाई जाने वाली स्टिक उपकरण को भी वितरित करने की योजना है।बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा के अलावा एसडीएम नाहन विवेक शर्मा और अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।