श्री रेणुकाजी अर्न्तराष्ट्रीय मेले में 7 से 12 नवम्बर, 2019 तक होने वाली सांस्कृतिक कार्यक्रम में इस वर्ष मेले में स्थानीय एवं प्रदेश के अन्य जिला के सभी लोक कलाकारों को हिमाचली वेषभूषा में ही कार्यक्रम देना अनिवार्य होगा । यह जानकारी अध्यक्ष रेणुकाजी विकास बोर्ड एवं उपायुक्त सिरमौर डॉ0 आर0के0परूथी ने दी।
उन्होंने बताया कि हिमाचली लोक कलाकार अक्सर अपनी वेशभूषा को छोड़कर पाश्चातय वेश-भूषा को अपना रहे हैै जोकि प्रदेश की समृद्ध सांस्कृति पर एक कुठाराघात है और इस विषय में जनता की प्रतिक्रियाऐं प्राप्त हो रही है। इस वर्ष मेले में उच्च स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु कलाकारों का चयन समिति के सदस्यों के अनुभव के आधार पर ऑडिशन के माध्यम से किया गया है ताकि लोगों को गुणवतापूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिल सके ।
उन्होने कहा कि प्रबोधनी एकादशी के पर्व पर किए जाने वाले स्नान के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए है जिसके लिए छः गोताखोरों को अनुबंधित कर दिया गया है । उन्होने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्नानघाट निर्धारित किया गया है इसके अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर स्नान करने की अनुमति नहीं होगी । उन्होने कहा कि मेले में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाएगें और शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएगें ।