( नीना गौतम )जगत गुरु नानक देव जी के प्रकाश दिवस के उपलक्ष में गुरुद्वारा श्रीगुरु गंथ साहिब भुंतर से महानगर कीर्तन गुरु गंथ साहिब की छत्र छाया व पांच प्यारों की अगुवाई में सजाया गया। नगर कीर्तन सोमवार दोपहर 2 बजे शुरू होकर शहर की परिक्रमा करते हुए व गुरु जस गायन करते हुए बापस गुरुद्वारा श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी भुंतर में पहुंची। नगर कीर्तन के स्वागत के लिए जगह-जगह स्वागती गेट बनाए गये थे। संगत के लिए चाय पकोड़े,फल फू्रट व चने पूरी के लंगर लगाए गए थे। नगर कीर्तन में गतका अखाड़ा के नौजवानों ने गतका द्वारा पुरातन युद्ध के तौर
तरीकों से हैरान करने वाले करतब दिखाए। नगर कीर्तन की समाप्ति अरदास उपरांत सेवादारों को सिरोपे भेंट किए गए।
इसी संबंध में 12 नबंवर मंगलवार को अखंड पाठ के साथ साहिब के भोग डाले जाएंगे उसके उपरांत कीर्तन दरवार एंव संत समागम होगा। जिसमें अनेकों रागी ढाड़ी,कीर्तनी जत्थ,संत महापुरुष कथा कीर्तन उपदेश द्वारा संगत को निहाल करेंगे। भोग समाप्ति उपरांत गुरु के लंगर का आयोजन भी किया जाएगा। गुरु नानक साहिब जी के 550वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में भुंतर के ऐतिहासिक स्थान श्रीगुरु नानक साहिब जी गुरुद्वारा श्री गुरुग्रंथ साहेब भुंतर से सिख समुदाय के अनुयाईयों ने भव्य शोभायात्रा निकाली जिसमें विभिन्न समुदाय के भक्तजनों व श्रद्धालुओं नें भी इस शोभायात्रा में भाग लिया। श्रद्धालु भक्तों व महिलाओं ने शुद्ध जल से सड़क को साफ करते हुए शोभायात्रा में शामिल पंच प्यारों को भुंतर की परिक्रमा करवाई। श्रीगुरुग्रंथ साहेब भुंतर के प्रधान सतविंदर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि नानक जी के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष में यह शोभायात्रा निकाली गई जो आपसी आपसी भाईचारे का भी प्रतीक है।