रामपुर बुशहर का प्रसिद्ध चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लवी मेला वीरवार को धूमधाम से सम्पन्न हो गया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐतिहासिक होने के साथ-साथ लवी मेले को तिब्बत, चीन और अन्य देशों के साथ व्यापार के लिए भी जाना जाता है तथा यह मेला क्षेत्र के लोगों के लिए बहुत महत्त्व रखता है। उन्होंने सदियों से मनाए जा रहे इस मेले की समृद्ध संस्कृति, परम्पराओं को संरक्षित रखने के लिए क्षेत्र के लोगों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार रामपुर क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दे रही है और पिछले लगभग दो वर्षों में सड़कों, पुलों, भवनों और अन्य अधोसंरचना के निर्माण पर 260 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। क्षेत्र के 15 गांवों को इस दौरान सड़कों से जोड़ा गया, पांच पुलो, 22 भवनों के निर्माण के साथ-साथ 140 किलोमीटर लम्बी सड़कों की मैटलिंग और टारिंग का कार्य किया गया। इसके अतिरिक्त सड़कों व पुलों के लिए 133 करोड़ रुपये की 33 और 126 करोड़ रुपये की 16 डीपीआर स्वीकृति के लिए भेजी गई हंै।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता सम्भालने के पहले दिन से ही प्रदेश के समग्र विकास के एकमात्र उद्देश्य के साथ कार्य कर रही है। सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि प्रदेश की जनता का विश्वास जीतना है। राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हाल ही में धर्मशाला में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन सरकार की एक बहुत बड़ी पहल थी। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के नेता इस प्रयास की आलोचना कर रहे हैं जिससे उनके दोहरे मापदण्डों का पता चलता हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में सरकार को जनता का भरपूर विश्वास एवं सहयोग मिला है। यही कारण है कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों पर बढ़त हासिल की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण अनुच्छेद 370 समाप्त हुआ है। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मामले में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण का रास्ता खुल गया है।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार सुनिश्चित बना रही है कि समाज के हर वर्ग का कल्याण हो और हर क्षेत्र का संतुलित विकास हो। प्रदेश सरकार उन क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दे रही है जो किन्हीं कारणों से विकास के मामले में पीछे रह गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग दो वर्षों में 7500 शिक्षकों की भर्ती की गई है, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है।
मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में राज्य विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच के कारण ही वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित हो पाया, जिससे प्रदेश की आर्थिकी में आशातीत बदलाव आएगा।
सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार के डबल ईंजन से हिमाचल का तेज विकास सुनिश्चित हुआ है और विकास के मामले में यह देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।
स्थानीय विधायक नंद लाल ने अपने क्षेत्र की विभिन्न मांगें मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं।
भाजपा नेता प्रेम सिंह डरैक ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और करोडों रुपये की विकास परियोजनाएं लोकार्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उपायुक्त शिमला और लवी मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष अमित कश्यप ने लवी मेले के इतिहास पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिमला ज़िला को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ ज़िला घोषित किया गया है।
विधायक किशोरी लाल, नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव सिंह तोमर, वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, पूर्व विधायक सिंघी राम व निंजू राम सहित क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने माता भीमाकाली मंदिर में की पूजा-अर्चना
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने सराहन स्थित माता भीमाकाली मंदिर में पूजा अर्चना की।
जय राम ठाकुर ने 8.20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राय खड्ड पुल और स्वान से डोईं सड़क का उद्घाटन किया। उन्होंने खरेला-करांगला सड़क का शिलान्यास किया, जिस पर 7.15 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने रामपुर विद्युत मंडल के अंतर्गत ननखड़ी में उपमण्डल कार्यालय का उद्घाटन किया, जिससे क्षेत्र की 17 पंचायतों के लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने गौरी से चम्बा और धरूंणजा-कुंगल-बाल्टी उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजनाओं की भी आधारशिला रखी।
सराहन में लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन की उपलब्धता होते ही ज्यूरी में महाविद्यालय खोला जाएगा। उन्होंने इस दौरान जन समस्याएं भी सुनीं।