( नीना गौतम ) पिछले 2 दिनों से लारजी के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं और वन विभाग बेखबर है। आग के कारण चारों और धुंआ ही धुंआदिखाई दे रहा है बावजूद इसके वन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है । आरोप है कि वन विभाग को सूचना देने पर भी न तो वन विभाग और न ही बन विकास समितियां आग बुझाने के लिए आगे आई है। लारजी के जंगलों में लाखों की वन संपदा जलकर राख हो गई है और जंगली जानवरों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
बता दें कि चीड़ के जंगलों मे आग विकराल रूप ले चुकी है। जंगल बुरी तरह से आग की चपेट में है वन विभाग की टीम आग के आगे लाचार बनी है। लारजी के जंगलों में रविवार रात्रि से आग लगने का सिलसिला जारी है और वन विभाग बेखबर है। बताया जा रहा है कि महज 500 मीटर की दूरी पर वन विभाग का कार्यालय है फिर भी वन विभाग की टीम आग के आगे लाचार बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि लारजी के जंगलों में आग लगने का सिलसिला लगातार जारी है अभी तक जंगल में आग लगने से लाखों की वन संपदा जलकर राख हो चुकी है जबकि वन्यजीवों को आग की वजह से जान गवानी पड़ रही है हालांकि वन विभाग के पास यह आंकड़ा नहीं है कि कितनी बन संपदा को नुकसान पहुंचा है। लारजी के जंगलों में हर वर्ष आग लगने से वन विभाग भी परेशान है इसकी वजह यह है कि स्टाफ की कमी के कारण विभाग के लिए आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया है। लारजी के जंगलों में आग लगने से लाखों की वन संपदा जलकर नष्ट हो चुकी है जबकि कई वन्य जीव भी आग की भेंट चढ़ गए हैं। वहरहाल लारजी के जंगलों में 2 दिनों से जंगल धू-धू कर जल रहे हैं और वन विभाग बेखबर है।