( जसवीर सिंह हंस ) सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में बच्चों की अदला-बदली के आरोप लगने के बाद आज सीएमओ सिरमौर डा. संजय शर्मा ने मोके पर पहुच कर मामले की सारी जानकारी ली | उन्होंने कहा की आरोप लगाने वाले व्यक्ति के पास पहले भी तीन बेटिया है व अब उसके पास चोथी भी बेटी ही हुई है जिससे वो बेटे की उलझन व ग़लतफ़हमी में हो सकता है | व यह संभव नहीं है कि हॉस्पिटल में बच्चों की अदला-बदली हो जाये | डिस्चार्ज स्लीप पर मेल शिशु गलती से लिखा गया हो सकता है |
सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में आज बच्चों की अदला-बदली के मामले में पिता द्वारा पुलिस में करवाई गई शिकायत के बाद संबंधित बच्ची व पिता के डीएनए सैंपल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए पटियाला स्थित प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है। यहां से रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा आज पुलिस ने बच्ची सहित उसके पिता का डीएनए करवाया। दरअसल जिस दिन बच्ची पैदा हुई, उस दिन बताया जा रहा है दो बेटियों ने ही अस्पताल में जन्म लिया था। मगर बच्ची की मां को जिस दिन अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया, उस दिन स्लीप पर मेल शिशु लिखा गया। इसके बाद शक के आधार पर पिता ने इस संदर्भ में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
सीएमओ सिरमौर डा. संजय शर्मा ने बताया कि नवजात शिशु के पैदा होते ही मां और बच्चे के पैरों व हाथों के निशान व दो रजिस्ट्रों में एंट्री की जाती है, जिनमें बाकायदा फिमेल की एंट्री की गई है। लिहाजा आरोप बेबुनियाद है। DSP पांवटा साहिब प्रमोद चौहान ने पुष्टि करते हुए बताया कि पिता व बच्ची के डीएनए सैंपल लिए गए है। डीएनए की रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आ सकेगी।