पर्यावरण को स्वच्छ एवं प्रदूषणमुक्त बनाने के दृष्टिगत राजगढ़ ब्लॉक की सभी तीस पंचायतों में आगामी बरसात के मौसम के दौरान विभिन्न प्रजातियों के करीब एक लाख 64 हजार पौधे 824 बीधा जमीन में रोपित किए जाएंगे । जिसके लिए मनरेगा के तहत शैल्फ तैयार कर ली गई है । यह जानकारी देते हुए एसडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा ने सोमवार को यहां विकास खण्ड राजगढ़ द्वारा आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी ।
उन्होने सभी पंचायत
पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि पौधरोपण के लक्ष्य को हासिल करने पहले भूमि का
वर्गीकरण करना आवश्यक है । उन्होने कहा कि सभी पंचायतें अपने क्षेत्राधिकार में
खाली पड़ी शामलात और निजी भूमि का चयन करके भू-राजस्व रिकार्ड में भी
पुष्टि की जाए । इसके उपरांत खाली पड़ी भूमि की रिर्पोट शीघ्र ही खण्ड विकास
अधिकारी कार्यालय को भेजी जाए ।
एसडीएम ने जानकारी
दी कि राजगढ़ ब्लॉक की पंचायतों द्वारा तैयार की गई मनरेगा शैल्फ में
देवदार के 51075 पौधे, बान के 6350, चीड़ के 12 सौ, करेल के
चार सौ, ब्यूल के 1280, आंवला के 10710 पौधे, रूबिनिया
के 11200, पीपल के
2300, खैर के 2200, बांस के 8150, बेस के 1900, रीठा के तीन हजार, हरड़ बेहड़ा के 3200, नींबू के 19660, सफेदा के तीन सौ, अनार के सात सौ, अमरूद के 250 ,कश्मीर विलो 45 सौ, कटेस के
1900 पौधे पॉपुलर के
18320 पौधे
लगाने प्रस्तावित है । उन्होने सभी संबधित विभागों के अधिकारियों से आग्रह किया कि
पौधरोपण कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना रचनात्मक सहयोग दें । उन्होने कहा कि
विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु के आधार पर पौधे रोपित किए जाएगें ताकि पौधों की
जीवित दर सौ फीसदी हो सके ।
खण्ड विकास अधिकारी
रमेश शर्मा ने बताया कि राजगढ़ ब्लॉक में प्रथम चरण में एक लाख पौधे लगाने का
लक्ष्य रखा गया था परंतु प्रसन्नता का विषय है कि सभी पंचायतों द्वारा इस
कार्यक्रम को जन आन्दोलन बनाने में बढ़चढ़ कर भाग लिया जा रहा है और अब एक लाख 64 हजार पौधे लगाने के लिए मनरेगा के तहत
आगामी वर्ष के लिए शैल्फ तैयार कर ली गई है।
बैठक में तहसीलदार
विवेक नेगी, नायब तहसीलदार
ब्रिजलाल, एसएमएस उद्यान विभाग
उजागर सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया ।