(नीना गौतम ) पार्वती में लारजी पंचायत के ग्रामीणों का अनशन 18 वें दिन भी जारी रहा लेकिन अभी तक ना तो एनएचपीसी और ना ही जिलाप्रशासन की ओर से कोई भी रिस्पॉन्स मिला है जिससे खफा लारजी के ग्रामीणों ने अब जिला प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा खोलने की तैयारी कर दी है। लिहाजा आने वाले समय में जिला प्रशासन को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
लारजी के ग्रामीणों ने बताया कि उनकी पंचायत में महिला प्रधान होने के कारण भी जिला प्रशासन चुप्पी साधे हैं इससे ग्रामीणों में शंका जाहिर होती है कि जिला प्रशासन आखिर लारजी के ग्रामीणों की मांग क्यों नहीं सुनती है। पंचायत प्रधान कांता देवी ने बताया कि पंचायत की महिलाएं पिछले 19 दिनों से भूखी प्यासी बैठ कर अपने हकों की लड़ाई लड़ रही है लेकिन एनएचपीसी व प्रशासन कुंभकर्ण की निंद्रा में सोया है उन्होंने हैरानी जताते हुए बताया कि आज तक कोई भी प्रशासन की ओर से पंचायत के लोगों की सुध लेने नहीं पहुंचा है।
कांता देवी ने बताया कि पिछले 18 दिनों से प्रशासन व एनएचपीसी को जगाने की कोशिश मेरी बहनों ने की है लेकिन करीब 3 सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी एनएचपीसी व प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी है। पंचायत प्रधान ने दो टूक शब्दों में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अगर एनएचपीसी व प्रशासन का यही रवैया रहा तो ग्राम पंचायत लारजी व स्थानीय ग्रामीण भविष्य में एनएचपीसी चरण 3 का काम ठप करने से कोई गुरेज नहीं करेंगे उन्होंने बताया कि लारजी पंचायत की एक सूत्रीय मांग को उन्होंने हर पटेल तक पहुंचाया है।
बावजूद इसके प्रशासन व एनएचपीसी चुप्पी साधे हुए हैं उन्होंने कहा कि एनएचपीसी व प्रशासन पंचायत के लोगों की शांति का फायदा ना उठाएं नहीं तो भविष्य में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कांता देवी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर एनएचपीसी व प्रशासन ने उनकी मांग पर अगर जल्द गौर नहीं किया तो ग्राम पंचायत लारजी पार्वती परियोजना चरण-3 का काम ठप करेगी जिसकी पूरन जिम्मेवार एनएचपीसी चरण 3होगी।